धर्मशाला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धर्मशाला में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत एचई अहमद अरबाना की अगुवाई में यूएई के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की . प्रतिनिधिमंडल ने फल व सब्जी प्रसंस्करण में निवेश के लिए गहरी रुचि दिखाई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया है. उन्होंने कहा कि अपनी जलवायु विविधता के कारण प्रदेश को देश के फल राज्य के नाम से भी जाना जाता है. प्रदेश में फल एवं खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करने के लिए अपार संभावनाएं हैं.
संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत ने कहा कि यूएई इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में प्रदेश का सहभागी देश है और इस कार्यक्रम को मेगा हीट बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा औद्योगिक सहभागी है, जो दोनों देशों के मध्य अच्छे सम्बन्धों को दर्शाता है.
रूस के प्रतिनिधिमंडल ने भी मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को कृषि क्षेत्र में उनकी रुचि से अवगत करवाया. उन्होंने संस्कृति विनिमय परियोजना में भी अपनी रुचि दिखाई.
बता दें कि बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने पर्यटन, आरोग्य और आयुष सत्र और सांस्कृति संध्या में भी भाग लिया. वहीं, सम्मेलन की ब्रेंड एंबेसडर यामी गौतम ने पहाड़ी भाषा में सम्बोधन करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और अगर इसका प्रचार-प्रसार किया जाए तो लोगों की आर्थिकी में सुधार लाया जा सकता है. उन्होंने प्राकृतिक खेती और एग्रो-पर्यटन और प्रदेश में इसकी संभावनाओं के बारे में भी विस्तार में जानकारी दी.
आईसीओएमओएस इंडिया के प्रमुख संरक्षण वास्तुकार एवं संस्थापक निदेशक गुरमीत एस राय ने हिमाचल प्रदेश में धार्मिक व सांस्कृतिक पर्यटन के विकास के बारे में अपने विचार सांझा किए. उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक पर्यटन विश्व का सबसे बड़ा और तेजी से विकसित होने वाला पर्यटक बाजार है और हिमाचल के पास इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं उपलब्ध है.