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हिमाचल में 60 से 70 फीसदी बच्चे दांतों की बीमारी से ग्रस्त, डेंटल कॉलेज शिमला का खुलासा

हिमाचल में 60 से 70 फीसदी बच्चे दांतों की बीमारी से पीड़ित है. इनमें सबसे ज्यादा दांतों की सड़न है. यह खुलासा डेंटल कॉलेज शिमला में हुआ है.

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Published : Oct 11, 2019, 7:28 PM IST

शिमला: हिमाचल में 60 से 70 फीसदी बच्चे दांतों की बीमारी से पीड़ित हैं. इनमें सबसे ज्यादा दांतों की सड़न है. यह खुलासा डेंटल कॉलेज शिमला में हुआ है. डेंटल कॉलेज में प्रोफेसर एंड हेड डॉ. विनय भारद्वाज ने कहा कि दांतों की सड़न गंभीर समस्या है.

दांतों की ठीक से सफाई न करने पर बीमारी हो सकती है. उन्होंने कहा कि 60 से 70 फीसदी बच्चे दांतों की बीमारी के कारण डेंटल अस्प्ताल आते है. डॉ. विनय ने कहा कि दांतों की परत में फंसे खाने की सफाई न करने पर एसिड का निर्माण होता है. इससे दांतों में सड़न पैदा होती है.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो गंभीर बीमारी भी हो सकती है. डॉ. विनय ने कहा कि दांतो की देखभाल करना बहुत जरूरी है. इसके लिए सुबह और शाम को खाना खाने के बाद ब्रश करना चाहिए. उन्होंने कहा कि दांतो को सड़न से बचाने के लिए चॉकलेट और चिपकने वाले पदार्थ खाने के बाद दांतो को पानी का कुल्ला करके साफ करना चाहिए.

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शिमला: हिमाचल में 60 से 70 फीसदी बच्चे दांतों की बीमारी से पीड़ित हैं. इनमें सबसे ज्यादा दांतों की सड़न है. यह खुलासा डेंटल कॉलेज शिमला में हुआ है. डेंटल कॉलेज में प्रोफेसर एंड हेड डॉ. विनय भारद्वाज ने कहा कि दांतों की सड़न गंभीर समस्या है.

दांतों की ठीक से सफाई न करने पर बीमारी हो सकती है. उन्होंने कहा कि 60 से 70 फीसदी बच्चे दांतों की बीमारी के कारण डेंटल अस्प्ताल आते है. डॉ. विनय ने कहा कि दांतों की परत में फंसे खाने की सफाई न करने पर एसिड का निर्माण होता है. इससे दांतों में सड़न पैदा होती है.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो गंभीर बीमारी भी हो सकती है. डॉ. विनय ने कहा कि दांतो की देखभाल करना बहुत जरूरी है. इसके लिए सुबह और शाम को खाना खाने के बाद ब्रश करना चाहिए. उन्होंने कहा कि दांतो को सड़न से बचाने के लिए चॉकलेट और चिपकने वाले पदार्थ खाने के बाद दांतो को पानी का कुल्ला करके साफ करना चाहिए.

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Intro:हिमाचल में 60से 70 फीसदी बच्चे दांतो की बीमारी से ग्रस्त
डेंटल।कॉलेज शिमला का खुलासा।
शिमला।
दांतो की बीमारी एक गम्भीर समस्या है ।जब भी कोई दांतो के दर्द से पीड़ित होता है तो वह तड़फने को मजबूर हो जाता है। दांतो की बीमरी से ना केवल बड़े बल्कि बच्चे भी पीड़ित है। हिमाचल में 60से 70फीसदी बच्चे दांतो की बीमारी से पीड़ति है और इनमें सबसे ज्यादा दांतो की सड़न है।


Body:यह खुलासा डेंटल कॉलेज शिमला में हुआ है। डेंटल कॉलेज में प्रोफेसर एंड हेड डॉ विनय भारद्वाज ने ईटीवी से बातचीत में कहा कि दांतो की सड़न की गम्भीर समस्या है और यदि ठीक से दांतों की सफाई ना कि जाए तक दांतो की गम्भीर बीमारी हो सकती है। उन्होंने कहा कि 60 से 70 फीसदी बच्चे दांतो की बीमारी के कारण डेंटल अस्प्ताल आते है।
डॉ विनय का कहना था कि दांतो की परत में जब खाना फस जाता है और उसे साफ ना किया जाए तो एसिड का निर्माण करता है जिससे दांतो में सड़न पैदा होती है और यदि समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो गम्भीर बीमारी भी हो सकती है।


Conclusion:ऐसे करे बचाव।
डॉ विनय ने बताया कि दांतो की देखभाल करना बहुत जरूरी है।इसके लिए आवश्यक है कि सुबह ओर शाम को खाना खाने के बाद ब्रश करना चाहिए और टुथपेट चने के दाने के बराबर ब्रश में।लगाना चाहिए ओर फिर दांतो में बराबर ब्रश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दांतो को सड़न से बचाने के लिए चॉकलेट ओर चिपकने वाले पदार्थ खाने के बाद दांतो को पानी का कुल्ला करके साफ करना चाहिए।

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