शिमला: हिमाचल में भारी बारिश और प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्रीय सर्वेक्षण टीम इन दिनों प्रदेश के दौरे पर है. केंद्रीय सर्वेक्षण टीम आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही है और आपदा से हुए नुकसान का आकलन कर रही है. इसी कड़ी में केंद्रीय सर्वेक्षण टीम के एक दल ने वीरवार को शिमला जिले के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया.
ये रहे केंद्रीय दल में शामिल: केंद्रीय सर्वेक्षण टीम ने जिला शिमला के ठियोग, जुब्बल कोटखाई और रोहडू क्षेत्रों का दौरा किया और भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया. इस टीम में सड़क परिवहन एवं उच्च मार्ग मंत्रालय के अधीक्षक अभियंता वरुण अग्रवाल, केंद्रीय कृषि मंत्रालय के उपायुक्त (फसल) डॉ सुधीर सिंह भदौरिया, केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के निदेशक शैलेश कुमार और राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग केंद्र के वैज्ञानिक अभिनव शुक्ला शामिल हैं.
इन इलाकों का लिया केंद्रीय दल ने जायजा: केंद्रीय सर्वेक्षण टीम ने बैली ब्रिज ठियोग, भुईं, तीतरी क्यार, गुम्मा, छोल, कोटखाई संपर्क मार्ग पडशाल, जुब्बल बाजार, दोची, खौनी, मेहंदली और रोहडू क्षेत्र में अणु, धारा, समरकोट, उखली में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावित लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया. इस दल का कोटखाई से क्यारी जाना प्रस्तावित था, लेकिन मझीवन में भूस्खलन होने के कारण दल वहां न जा सका.
केंद्रीय दल से मिले CPS मोहन ब्राक्टा: इस दौरान डीसी शिमला आदित्य नेगी ने केंद्रीय सर्वेक्षण टीम को आपदा से हुए नुकसान का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया और जिले में हुए नुकसान की स्थिति से अवगत करवाया. रोहडू पहुंचने पर सीपीएस मोहन लाल ब्राक्टा ने केंद्रीय दल से मुलाकात की और क्षेत्र में भारी बरसात से हुए नुकसान बारे उन्हें जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने डीसी शिमला आदित्य नेगी से जिले भर में और खासकर रोहडू क्षेत्र में चल रहे राहत और पुनर्वास कार्यों का ब्यौरा लिया. इस दौरान एसडीएम सुरेंद्र मोहन, राजीव संख्यान, सनी शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे.
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