शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के माल रोड स्थित जनरल पोस्ट ऑफिस (जीपीओ) में सीबीआई की रेड हुई है. वीरवार दोपहर सीबीआई की टीम ने यहां दबिश दी. जैसे ही कर्मचारियों और अधिकारियों को इसका पता चला तो उनमें हड़कंप मच गया. सूचना के मुताबिक सीबीआई की टीम जीपीओ में दस्तावेजों की जांच कर रही है. भर्तियों में धांधली की शिकायत पर सीबीआई यहां पूछताछ करने पहुंची है. जानकारी के अनुसार प्रवर अधीक्षक पर अपने रिश्तेदारों को नियमों के विपरीत भर्ती और पोस्टिंग करने के आरोप लगे हैं. इसी संबंध में सीबीआई ने वीरवार को यहां दबिश दी.
आरोप है कि लंबे समय से मुख्य डाकघर में अधिकारी अपने करीबियों को नियमों को ताक पे रखकर नौकरियां बांट रहे थे. इसकी शिकायत भी यहां के कर्मचारियों ने आला अधिकारियों से की थी. इसमें आरोप है कि नियमों के तहत 79 दिन से ज्यादा आउटसोर्स पर नौकरी नहीं दी जा सकती. इसके बावजूद अधिकारी अपने करीबियों को 8 से 10 महीने तक की नौकरी दे रहे थे. साथ ही यह आरोप भी लगे हैं कि जिन लोगों को नौकरियां दी गईं, वे शैक्षणिक योग्यता भी पूरी नहीं करते थे.
वीरवार को दोपहर बाद सीबीआई की टीम ने मुख्य डाकघर में दबिश दी. सीबीआई ने सारा रिकॉर्ड कब्जे में ले लिया है. माना जा रहा है कि अब इस मामले में डाक विभाग में सेवारत आला अधिकारियों पर गाज गिर सकती है. आने वाले दिनों में इस पर सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है. बता दें कि इससे पहले ही भर्ती को लेकर एक ऐसा ही मामला सामने आया था. इसमें विभाग ने कार्रवाई करते हुए कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया था. वहीं, पोस्ट ऑफिस की ओर से भी इस पर स्पष्टीकरण आया है. चीफ पोस्टमास्टर जनरल ने इसे नियमित निरीक्षण बताया है.उन्होंने कहा कि यह निवारक जागरूकता जांच मात्र है.यह केवल प्रक्रियात्मक अनियमितता के लिए होती है.डाक विभाग में भर्तियां निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से योग्यता के आधार पर होती है. भर्तियों में कोई अनियमितता नहीं पाई गई.
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