शिमला: प्रदेश में अगस्त महीने में कोरोना का कहर पहले की तुलना में और ज्यादा भयानक हुआ है. हिमाचल में कोरोना से मरने वालों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है. 31 जुलाई तक प्रदेश में कोरोना से 12 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, लेकिन 23 अगस्त आते-आते कोरोना से मरने वालों की संख्या 27 तक जा पहुंची है जो कि प्रदेश सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का सबब बनती जा रही है.
इसके अलावा कोरोना संक्रमण भी पहले की तुलना में इस महीने बहुत तेजी से फैला है. 31 जुलाई तक प्रदेश में 2564 कोरोना संक्रमित थे. यह आंकड़ा 23 अगस्त तक 5001 तक जा पहुंचा है. इतनी वृद्धि इससे पहले कोरोना के मामलों में नहीं देखी गई.
अगस्त महीने में अभी तक 15 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है जबकि 2341 लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं, जो कि पिछले 3 महीनों के कोरोना संक्रमितों के आंकड़े से कुछ ही कम है.
प्रदेश में अभी भी सोलन जिला कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित है. 23 अगस्त तक 1230 कोरोना संक्रमित मिले हैं. हालांकि विभागीय अधिकारियों की माने तो इनमें प्रदेश के बाहर से आने वाले मजदूरों की संख्या अधिक है. उनका कहना है कि प्रवासी मजदूर जो कि उत्तर प्रदेश बिहार और अन्य राज्यों से उद्योगों में काम करने के लिए हिमाचल आ रहे हैं. वह अधिक संख्या में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जिसके कारण प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हुई है.
इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से क्वारंटाइन नियमों में रियायत देने के बाद भी प्रदेश में लोगों का आवागमन बड़ा है, जिसके कारण कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
प्रदेश के सबसे बड़ी जिला कांगड़ा में भी कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जिला में अभी तक 671 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, इसके बाद कोरोना संक्रमण से अधिक प्रभावित सिरमौर जिला है, यहां 619 मामले सामने आए हैं.
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान के अनुसार प्रदेश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या राष्ट्रीय दर की तुलना में काफी कम है. धीमान का कहना है कि कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या हिमाचल की आस पास वाले राज्यों में कहीं अधिक है. प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है और इस संक्रमण से मृत्यु दर 0.4 प्रतिशत है. जबकि राष्ट्रीय स्तर पर 1.96 है. इसलिए कहा जा सकता है कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है.
आरडी धीमान ने कोरोना संक्रमित को मिलने वाले उपचार को बेहतर बताया और कहा कि हिमाचल में कोविड मैनेजमेंट की व्यवस्था बेहतरीन है. हर संक्रमित व्यक्ति को उसकी जरूरत के अनुसार इलाज दिया जाता है. संक्रमण के कारण व्यक्ति के कौन से उपचार की अधिक आवश्यकता है उसी अनुसार उसे स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती है. संक्रमित व्यक्ति के वाइटल पैरामीटर को प्रतिदिन मॉनिटर किया जाता है. इसके लिए डॉक्टरों की विशेष टीम प्रतिदिन निरीक्षण करती है. जिसके बाद मरीज को आवश्यकता अनुसार उचित स्वास्थ्य संस्थान में शिफ्ट किया जाता है.
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इसके लिए प्रशासन की तरफ से समर्पित एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है, जिनमें एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम लगाया गया है. पिछले 2 महीनों जून और जुलाई में मृत्यु दर नियंत्रित रही है. हालांकि इस समय कोरोना संक्रमितों की संख्या में जरूर बढ़ोतरी देखी गई है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव का कहना है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा विकसित किया गया है. हिमाचल में 23 डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर हैं, जिनमें 11 डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर भी हैं. संक्रमण के कारण गंभीर अवस्था में पहुंचे मरीजों के लिए प्रदेश में 11 कोरोना समर्पित अस्पतालों की व्यवस्था की गई है.
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