शिमला: हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला की पुलिस लाइन कैथू में मंगलवार रात को पुलिस कर्मचारियों के बीच हुई झड़प मामले में जांच शुरू हो गई है. प्रारंभिक जांच के आधार पर इस मामले में शामिल दो जवानों को सस्पेंड कर दिया गया है. एसपी शिमला संजीव गांधी की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए हैं. प्रारंभिक जांच में दोनों जवानों को अनुशासनहीनता का दोषी पाया गया है. पुलिस ने इस मामले की जांच भी शुरू कर दी है.
डीएसपी सिटी खुद इस मामले को देख रहे हैं. घटना बीते मंगलवार रात की है. पुलिस लाइन कैथू में रात के समय मारपीट हुई थी. कांस्टेबल महावीर और कुक सुनील में मारपीट हो गई थी. इस झगड़े में कांस्टेबल महावीर की टांग फ्रैक्चर हुई थी, जबकि सुनील के कान में चोट आई हैं. दोनों को उपचार के लिए आईजीएमसी अस्पताल लाया गया था.
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घटना के अगले ही दिन कांस्टेबल महावीर ने पहले सुनील के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों पुलिस कर्मी पहले भी आपस में कई बार झगड़ चुके हैं. इस घटना को लेकर पुलिस की छवि खराब हुई थी. लड़ाई के बाद दोनों पुलिस कर्मियों का मेडिकल करवाया गया था. यह घटना मंगलवार देर रात 10 बजे की है. इन्हें रात 12 बजे के करीब आईजीएमसी लाया गया था.
अब इस पूरे मामले में आरोप लग रहे है कि हुड़दंग करने वाले और मैस में मारपीट करने वाले दोनों पुलिस कर्मियों ने शराब पी रखी थी. हालांकि, दोनों पुलिस कर्मियों का मेडिकल करवाया गया है, लेकिन इसकी रिपोर्ट को गुप्त रखा गया है. कंडा और कैथू जेल में करीब 783 कैदी हैं. कैथू में अंडरट्रायल कैदी रखे जाते हैं. ऐसे में यहां पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई तरह के सवाल उठते रहते हैं.