शिमला: दिग्गज नेता और छह बार हिमाचल के सीएम रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के बेटे और कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह के सोशल मीडिया पेज पर निरंतर जय श्री राम का जिक्र किया जा रहा है. रविवार को कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने हवाई जहाज में बैठे हुए एक फोटो अपने फेसबुक पेज पर डाली. साथ ही श्री राम को समर्पित दो पंक्तियां लिखीं. विक्रमादित्य सिंह ने पोस्ट में लिखा-
'त्याग दी सब ख्वाहिशें कुछ अलग करने के लिए
राम ने खोया बहुत कुछ श्री राम बनने के लिए
जय श्री राम'
यूजर्स के कमेंट: सुबह करीब दस बजे ये पोस्ट की गई है. इसमें अब तक एक हजार के करीब कमेंट होने वाले हैं. उनकी पोस्ट पर समर्थकों ने अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कमेंट किए हैं. कुछ भाजपा समर्थकों ने भी कमेंट किया है कि वो राष्ट्र निर्माण में सच में भगवान राम के साथ और उनको सम्मान देने वालों के साथ आ जाएं. एक कमेंट ये भी दर्ज है जिसमें लिखा है-'स्वागत, घुट-घुट कर नहीं जिया करते राजा साहब'. ये इशारा भाजपा में शामिल होने के लिए है. खैर, भाजपा समर्थक सोशल मीडिया यूजर्स की तरफ से ये सवाल तो कई बार उठता है कि विक्रमादित्य सिंह को भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए.
लगभग हर पोस्ट के अंत में होता है जय श्री राम: उल्लेखनीय है कि काफी समय से ये देखा जा रहा है कि विक्रमादित्य सिंह अपने फेसबुक पेज पर जितनी बार भी पोस्ट डालते हैं, उसमें अधिकांश दफा श्री राम का जिक्र करते हैं. यहां तक कि दिल्ली में हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला से मुलाकात का बयान करती पोस्ट के अंत में भी जय श्री राम लिखा है. कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी खासे प्रभावित नजर होते हैं. वह अक्सर उनके काम का गुणगान करते हैं. तीन दिन पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ मुलाकात के दौरान भी उन्होंने फेसबुक पोस्ट के अंत में जय श्री राम लिखा है. वहीं, चार दिन पहले उन्होंने शिवलिंग की पूजा के दौरान का फोटो डाला और ऊं नम: शिवाय लिखा.
'धार्मिक मान्यताओं पर विश्वाव करने वाला परिवार': विक्रमादित्य सिंह बुशहर राजपरिवार से आते हैं और ये परिवार मां भीमाकाली का भक्त है. विक्रमादित्य सिंह के पिता स्वर्गीय वीरभद्र सिंह राम मंदिर निर्माण के पक्षधर थे. वीरभद्र सिंह ने बयान दिया था कि राम मंदिर अयोध्या में नहीं बनेगा तो और कहां बनेगा. गौरतलब है कि पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निधन पर विश्व हिंदू परिषद ने बाकायदा प्रेस नोट जारी कर धर्मांतरण विरोधी बिल लाने और राम मंदिर के पक्ष में बयान देने को स्मरण किया था. वरिष्ठ मीडिया कर्मी संजीव कुमार का मानना है कि वीरभद्र सिंह परिवार धार्मिक मान्यताओं पर विश्वास करने वाला परिवार है. ऐसे में विक्रमादित्य सिंह का अपनी पोस्ट में श्री राम लिखना सहज कहा जाएगा. अलबत्ता सियासी मतलब निकालने वाले इसे जरूर भाजपा से जोड़ते हैं.
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