शिमला: कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने एक अध्यक्ष बनाने के स्थान पर पांच अध्यक्ष बना दिए हैं. पंजाब में कांग्रेस द्वारा जारी इन आदेशों के बाद अब यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस में पार्टी हाईकमान जैसी कोई चीज नहीं बची है.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि ऐसी ही स्थिति हिमाचल प्रदेश में भी है. पिछले 3 वर्षों से अधिक समय से विधानसभा में भी देख रहे हैं कि वीरभद्र सिंह अस्वस्थता के कारण एक्टिव रोल प्ले नहीं कर पा रहे थे. जिसके कारण यही पता नहीं चलता था कि किसके कहने पर बातचीत होगी और किसके कहने पर वर्क आउट होगा. यही स्थिति विधानसभा से बाहर भी बनी हुई है.
सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने कहा कि कांग्रेस के सभी नेता अपने आप को मुख्यमंत्री का कैंडिडेट बनाने में लगे हैं. यह वही नेता हैं जो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के समय मंत्री तो रहे हैं, लेकिन इनका अपना अस्तित्व कभी नहीं बन पाया है न ही इनकी विधानसभा क्षेत्र के अंदर और न ही विधानसभा क्षेत्र से बाहर जनता में कोई पकड़ है.
जुब्बल कोटखाई में भाजपा के प्रभारी और कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की सरकार बनने के बाद से हिमाचल प्रदेश में जितने भी चुनाव हुए हैं उन सभी में भाजपा ने भारी बहुमत के साथ है जीत दर्ज की है.
भारद्वाज ने कहा कि धर्मशाला उपचुनाव में तो कांग्रेस की जमानत ही जब्त हो गई थी और लोकसभा चुनावों में चारों सीटों पर भाजपा ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की है. उस समय भाजपा ने सभी 68 सीटों पर विजय हासिल की. भारद्वाज ने कहा कि दिग्गजों और प्रमुख नेताओं की मौत के बाद हिमाचल में कुछ सीटें खाली हुई हैं इसलिए हिमाचल में चार उपचुनाव हो रहे हैं. जिनमें एक लोकसभा और 3 विधानसभा की सीट है.
सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने कहा कि इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव नहीं हुए हैं. आजकल कोरोना वायरस का प्रभाव है. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में सेब का सीजन भी जारी है. वहीं, बरसात होने के कारण भी ऐसी उम्मीद है कि इलेक्शन कमिशन चुनाव परिस्थितियां ठीक होने के बाद ही करवाने की सोच रहा होगा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी हमेशा चुनावों के लिए तैयार है.
जहां तक जुब्बल कोटखाई की बात है वहां अचानक से भाजपा के दिग्गज नेता और जुब्बल कोटखाई से विधायक नरेंद्र बरागटा की मौत के बाद यह सीट खाली हुई है, लेकिन उन्होंने वहां पर विकासात्मक कार्य लंबे समय तक किए हैं उनके कुछ विकासात्मक कार्य जो जारी हैं उनको भाजपा सरकार आगे ले जा रही है.
इसका स्पष्ट उदाहरण पंचायत सम्मेलन में देखने को मिला. जहां केवल कुछ लोगों को ही आमंत्रित किया गया था, लेकिन भारी भीड़ एकत्र हो गई. सुरेश भारद्वाज ने कहा कि जिन उद्देश्यों को लेकर नरेंद्र बरागटा लड़ाई लड़ रहे थे उनको मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूरा भी किया है और आगे पूरे करने का आश्वासन भी दिया है.
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि चुनावों की दृष्टि से भाजपा के दिग्गज नेता और मंत्री सुखराम चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल भी क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं और लोगों से मुलाकात भी कर रहे हैं भाजपा संगठनात्मक तौर पर हमेशा चुनावों के लिए तैयार रहती है.
जुब्बल कोटखाई में तो करीब-करीब चेतन बरागटा भाजपा के प्रत्याशी तय हो चुके हैं. वह कई आयोजनों में भाग ले चुके हैं और भाजपा नेताओं के ऊपरी शिमला के दौरे में भी उनके साथ रहे थे. यह संकेत है कि भाजपा चेतन बरागटा को ही उनके पिता की विरासत सौंपेंगी.
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