शिमला: आईजीएमसी के सभागार में रविवार को कैंसर अस्पताल शिमला द्वारा ब्रेस्ट कैंसर पर एक शिविर का आयोजन किया गया. दरअसल, यह शिविर पैरामेडिकल स्टाफ की महिलाओं के लिए आयोजित किया गया. वहीं, शिविर में 158 लोगों ने भाग लिया. जिसमें से 86 महिला स्टाफ की ब्रेस्ट कैंसर की जांच की गई. कैंसर अस्पताल शिमला के एचओडी डॉ. मनीष ने बताया कि 40 साल से नीचे वाली 30 प्रतिशत महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर की शिकार हो रही हैं. एक साल के अंदर अस्पताल में 600 से अधिक ब्रेस्ट कैंसर के मरीज आ जाते हैं, जो कि एक चिंता का विषय है. ब्रेस्ट कैंसर होने का मुख्य कारण जब किसी महिलाओं के स्तन की कोशिकाओं का विकास असामान्य रूप से हो जाता है, तो यह स्तन कैंसर का कारण बन सकता है.
डॉ. मनीष ने बताया कि कुछ महिलाओं में स्तन कैंसर का कारण उनके शरीर में होने वाले हॉर्माेन बदलाव हो सकते हैं. वहीं, स्तन कैंसर का प्रमुख करण जीवन शैली का अनियमित होना, जिसका वजन बहुत अधिक होता है, उसमें स्तन कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि अधिक वजन ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकता है. जो महिला अधिक मात्रा में कैलोरी का सेवन करती है. उनमें भी कैंसर हो सकता है. इसके अलावा तंबाकू का सेवन करने और दूषित वातावरण के कारण भी मरीज कैंसर के अधिक शिकार हो रहे हैं. हिमाचल की अगर बात की जाए तो यहां पर पुरुष व महिलाएं प्रति वर्ष 5 हजार के करीब कैंसर की चपेट में आ रहे हैं.
डॉ. मनीष ने बताया कि कैंसर से बचने के लिए लोगों को सबसे पहले तंबाकू का सेवन कम करना होगा, क्योंकि अस्पताल में पूरे प्रदेश से तंबाकू का सेवन करने वाले मरीज ही भर्ती हो रहे है, जिससे की सीधा लंग कैंसर होता है. यहां तक की लंग कैंसर के मरीज की जान को आसानी से नहीं बचाया जा सकता है. इससे सीधे मरीज की जान ही जाती है. अस्पताल में कैंसर से निपटने के लिए काफी प्रयास किए गए हैं, लेकिन लोगों को खुद भी इस बीमारी से बचकर रहना होगा. डॉ. मनीष ने बताया कि लोगों को समय से अस्पताल में आना चाहिए और अपना उपचार शुरू करना चाहिए.
'महिलाओं में स्मोकिंग करने से भी हो रहा कैंसर': डॉ. मनीष ने बताया कि हिमाचल में पुरुष स्मोकिंग काफी ज्यादा कर रहे हैं, लेकिन महिलाएं भी अब कम नहीं है. एक साल का अगर आंकड़ा देखा जाए तो 30 प्रतिशत महिलाओ में स्मोकिंग करने से कैंसर हुआ है, जो कि बड़ी बात है. महिलाओं को स्मोकिंग को पूरी तरह से त्याग देना चाहिए, तभी इस बीमारी से छुटकारा मिल सकता है. कैंसर से पीड़ित पुरुष व महिलाओं की संख्या बराबर ही है. पुरुषों में 99 प्रतिशत कैंसर स्मोकिंग से हो रहा है.
क्या होता है कैंसर: डॉ. मनीष ने बताया कि शरीर में कोशिकाओं के समूह की अनियंत्रित वृद्धि कैंसर है. जब ये कोशिकाएं टिश्यू को प्रभावित करती हैं, तो कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है. कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यदि कैंसर का सही समय पर पता ना लगाया गया और उसका उपचार ना हुआ तो इससे मौत का जोखिम बढ़ सकता है.
कई प्रकार का है कैंसर: डॉ. मनीष ने बताया कि कैंसर के कई प्रकार हैं या यूं भी कह सकते है कि कैंसर के सौ से भी अधिक रूप है. इनमें स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ब्रेन कैंसर, बोन कैंसर, ब्लैडर कैंसर, पेंक्रियाटिक कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, गर्भाशय कैंसर, किडनी कैंसर, लंग कैंसर, त्वचा कैंसर, स्टमक कैंसर, थायरॉड कैंसर, मुंह का कैंसर, गले का कैंसर इत्यादि.
कैंसर के कारण: डॉ. मनीष ने बताया कि कैंसर कई तरह का होता है और हर कैंसर के होने के अलग-अलग कारण हैं, लेकिन कुछ मुख्य कारण ऐसे भी हैं, जिनसे कैंसर होने का खतरा किसी को भी हो सकता है. इनमें वजन बढ़ने या मोटापा अधिक होना,अल्कोहल और नशीले, पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन करना, कैंसर में पौष्टिक आहार न लेना, अपनी दिनचर्या में व्यायाम को शामिल न करना इत्यादि है. इसके अलावा कैंसर के अन्य कारण भी हैं, बता दें कि किसी गंभीर बीमारी के कारण भी आपको कैंसर हो सकता है.