शिमला: प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बाद भी पार्टी को उपचुनावों के लिए जिताऊ उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं. जिसके कारण भाजपा अभी तक उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं कर सकी है. हालांकि कांग्रेस ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. आज भाजपा ने मंडी और अर्की में बड़ी बैठकें कर चुनावों को लेकर रणनीति जरूर बनाई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 6 अक्टूबर को भाजपा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है. 7 अक्टूबर को मंडी और फतेहपुर में प्रत्याशी नामांकन पत्र भरेंगे और 8 अक्टूबर को जुब्बल-कोटखाई और अर्की में भाजपा प्रत्याशी नामांकन भरेंगे.
दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी की तरफ से मंडी संसदीय सीट से पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को चुनाव मैदान में उतारा गया है. इसके अलावा फतेहपुर से, दिवंगत सुजान सिंह पठानिया के पुत्र भवानी सिंह पठानिया पर विश्वास जताया है अर्की से संजय अवस्थी और जुब्बल कोटखाई से रोहित ठाकुर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप सहित, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह, प्रदेश भाजपा प्रभारी अविनाश राय खन्ना दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. उम्मीद लगाई जा रही कि बुधवार शाम तक केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक होगी या फिर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) को ही हिमाचल के उम्मीदवारों पर अंतिम फैसला लेने के लिए अधिकृत कर दिया जाएगा और 6 अक्टूबर देर शाम तक भाजपा उम्मीदवारों का नाम का ऐलान कर सकेगी.
आलाकमान की ओर से न जाने कितने सर्वे कराए जा चुके हैं फिर भी तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है कि कौन सा प्रत्याशी सीट निकाल कर भाजपा की झोली में डालने की क्षमता रखता है. बीते दिनों भाजपा के प्रदेश नेतृत्व की धर्मशाला में हुई बैठक भी मंडी लोकसभा के लिए प्रत्याशी के नाम (Name of the candidate for Mandi Lok Sabha) को लेकर अधिक सार्थक नहीं रही. हालांकि अर्की, जुब्बल-कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा क्षेत्रों के लिए जरूर दो या तीन प्रत्याशियों का पैनल केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष रखा गया है.
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पार्टी सूत्रों की माने तो अर्की विधानसभा हलके से रतन सिंह पाल का नाम सबसे आगे है. अर्की से पहले दो बार के विधायक गोविंद राम शर्मा रतन पाल सिंह के विरुद्ध बगावत का झंडा उठाए हुए हैं. जुब्बल कोटखाई से चेतन बरागटा का नाम फाइनल माना जा रहा है, लेकिन यहां पर पूर्व जिला परिषद सदस्य नीलम सरकेक ने भी आवाज बुलंद किए हैx. मंडी संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशी के मामले में भाजपा बड़े संकट में फंसी है. मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief minister jairam thakur) का गृह जिला है. इसलिए इस सीट का महत्व भाजपा के लिए सबसे अधिक है.
पार्टी सूत्रों की मानें तो अर्की विधानसभा हलके से रतन सिंह पाल का नाम सबसे आगे है. जुब्बल कोटखाई से चेतन बरागटा का नाम फाइनल माना जा रहा है. मंडी संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशी के मामले में भाजपा बड़े संकट में फंसी है. मंडी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह जिला है इसलिए इस सीट का महत्व भाजपा के लिए सबसे अधिक है. सूत्रों के मुताबिक यहां से ब्रिगेडियर खुशाल सिंह ठाकुर का नाम सबसे आगे है. जिला कांगड़ा में फतेहपुर विधानसभा से पूर्व सांसद कृपाल परमार का नाम आगे किए जा रहे हैं.
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