शिमला: कोरोना के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए छात्रों की ऑनलाईन पढ़ाई जारी रखी गई है. प्रदेश के सरकारी स्कूलों के छात्रों को कोविड के चलते प्रमोट तो किया गया है, लेकिन इसके साथ अभी बच्चों को पिछली कक्षा के सिलेबस को रिवाइज भी करवाया जा रहा है. इससे बच्चों को अगली कक्षा में कोई समस्या नहीं आएगी. इसके तहत सरकारी स्कूलों के 9वीं से 12वीं कक्षा के बच्चों का सोमवार को बेसलाइन टेस्ट लिया गया. इसमें पिछली कक्षा के सिलेबस से ही प्रश्न पूछे गए. इस टेस्ट का मूल्यांकन करने के बाद शिक्षक हर बच्चें का रिपोर्ट कार्ड भी तैयार करेंगे.
प्रमोट हुए छात्रों का हुआ ऑनलाइन बेसलाइन टेस्ट
प्रदेश के सरकारी स्कूलों के प्रमोट हुए छात्रों का सोमवार को ऑनलाईन माध्यम से बेसलाइन टेस्ट लिया गया. 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए आयोजित इस टेस्ट में छात्रों से पिछली कक्षा के सिलेबस से सवाल पूछे गए थे. ऑनलाईन टेस्ट के लिए समग्र शिक्षा अभियान की ओर से स्कूलों को वर्कशीट भेजी गई थी. इस वर्कशीट को स्कूल प्रधानाचार्यों ने व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से बच्चों को भेजा. इसके बाद यह टेस्ट शुरू किया गया. बता दें कि बेसलाइन टेस्ट में अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, हिंदी जैसे विषयों में बच्चों के प्रदर्शन को देखा जाएगा. बेसलाइन टेस्ट के माध्यम से शिक्षक यह भी आंकलन करेंगे कि बच्चा किस विषय में कमजोर है.
कमजोर छात्रों के लिए लगाई जाएंगी रेमेडियल कक्षाएं
कमजोर छात्रों के लिए रेमेडियल कक्षाएं मंगलवार से ऑनलाईन शुरू की जाएंगी. प्रमोट हुए छात्रों को पुराने सिलेबस के बेसिक कॉन्सेप्ट क्लीयर करवाए जाएंगे. यह कक्षा एक महीने तक आयोजित की जाएगी. रेमेडियल कक्षाओं के बाद बच्चे ने कितना सुधार किया है, इसका आंकलन 30 अप्रैल को किया जाएगा. वहीं एसएसए की ओर से 30 मई को दोबारा एंडलाइन टेस्ट करवाया जाएगा. शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा फोकस करने के निर्देश दिए हैं. शिक्षकों को कहा गया है कि वह बच्चों और उनके अभिभावकों से बात कर उनका फीडबैक लें ताकि इसमें और ज्यादा सुधार किया जा सके.
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