शिमलाः प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. हर दिन सैकड़ों लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं. कोरोना मरीजों को सही ढंग से इलाज मिल सके इसके लिए प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में व्यापक प्रबंध किए गए हैं.
आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनकराज ने बताया कि अस्पताल में प्रतिदिन 8 से 10 मरीज गंभीर हालत में आ रहे हैं. गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है.
आईजीएमसी में 107 कोरोना संक्रमित मरीज दाखिल
एमएस जनकराज ने बताया कि इस समय आईजीएमसी में 107 कोरोना संक्रमित मरीज दाखिल हैं. कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अस्पताल में 130 बिस्तर तैयार किए गए हैं. हर बिस्तर पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. वहीं, 70 बिस्तरों पर वेंटिलेटर लगे हैं, जिससे गंभीर रूप से बीमार मरीजों का उपचार आसानी से किया जा सके.
हर स्थिति से निपटने के लिए आईजीएमसी प्रशासन तैयार
एमएस जनकराज ने दावा करते हुए कहा कि कोरोना वार्ड में स्टाफ अभी पूरा है और आगे यदि अधिक मरीज अस्पताल आते हैं तो उसके लिए भी व्यवस्था की जाएगी. मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी. मरीजों की संख्या बढ़ने पर अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्था की जाएगी.
बता दें कि देशभर के अस्पतालों के बाहर से डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. कोई अस्पताल में बेड के लिए तड़प रहा है तो कोई ऑक्सीजन के लिए. लोग अस्पतालों के बाहर दम तोड़ रहे हैं, लेकिन हिमाचल में अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. अब देखना ये होगा कि आने वाले समय में अगर हिमाचल में स्थिति नियंत्रण से बाहर होती है तो आईजीएमसी समेत दूसरे कोविड अस्पताल कितने तैयार हैं.
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