शिमला: हिमाचल हाईकोर्ट गुरुवार को दो नए न्यायाधीश मिले हैं. कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश धर्मचंद चौधरी ने गुरुवार को एक समारोह में अनूप चिटकारा व ज्योत्सना रिवाल दुआ को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार अनूप चिटकारा को स्थाई व ज्योत्सना रिवाल दुआ को अतिरिक्त न्यायाधीश बनाए जाने के आदेश जारी किए गए थे.
हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश डीसी चौधरी ने गुरुवार को दो नए जजों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. रजिस्ट्रार जनरल ने राष्ट्रपति द्वारा अनूप चिटकारा का स्थाई न्यायाधीश और ज्योतसना रिवाल दुआ अपर न्यायाधीश नियुक्त किये जाने बारे वारंट पढ़ा. इस मौके पर हाईकोर्ट के सभी न्यायाधीश, सेवानिवृत्त न्यायाधीश, बार एसोसिएशन के सदस्य, हाईकोर्ट के स्टाफ और अन्य अथिति लोग उपस्थित थे.
30 अप्रैल को शीर्ष अदालत के तीन सदस्यीय कॉलिजियम ने वरिष्ठ अधिवक्ता अनूप चिटकारा व ज्योत्सना रिवाल दुआ को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त करने की सिफारिश केन्द्र सरकार को भेजी थी. नवनियुक्त न्यायाधीश अनूप चित्तकारा मूल रूप से शिमला से संबध रखते हैं. उनका जन्म 1966 में शिमला में हुआ. उनकी प्रारम्भिक शिक्षा DAV स्कूल लक्कड़ बाजार से हुई है. उन्होंने एचपीयू से लॉ की पढ़ाई की है. अतिरिक्त न्यायाधीश ज्योत्सना रिवाल मूल रूप से सिरमौर से संबंध रखती हैं. उन्होंने एचपीयू से विधी की पढ़ाई पूरी की और हाईकोर्ट में लम्बे समय से वकालत करती रही. गुरुवार को हाईकोर्ट की अतिरिक्त न्यायाधीश की शपथ ग्रहण की.
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बता दें कि अनूप चिटकारा का जन्म 29 अप्रैल 1966 को शिमला में हुआ. इनके पिता स्वर्गीय मदन गोपाल चिटकारा हिमाचल प्रदेश सरकार के महाधिवक्ता रहे और प्रशासनिक ट्रिब्यूनल के वाइस चेयरमेन भी रहे. न्यायाधीश चिटकारा ने मैट्रिक DAV लक्कड़ बाजार शिमला और स्नातक की उपाधि कोटशेरा कॉलेज से हासिल की.
वर्ष 1990 में अनूप चिटकारा ने विधि की डिग्री हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से प्राप्त की और हाईकोर्ट में वकालत शुरू की. ये USA एम्बेसी के लिए हाईकोर्ट से रेफरेंस वकील भी रहे और इन्होंने वर्मा कमेटी को वर्ष 2012 में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए क्रिमिनल कानून बनाए जाने के लिए बहुमूल्य सिफारिशे दी. मार्च 2019 में हाई कोर्ट द्वारा इन्हें वरिष्ठ न्यायाधीश बनाया गया.
वहीं, हाईकोर्ट में 13 वर्षों के बाद महिला न्यायाधीश बनीं ज्योतसना रिवाल दुआ का जन्म 25 मई 1969 को नाहन में हुआ. नालागढ़ से इन्होंने स्नातक की उपाधि हासिल की और वर्ष 1991 में इन्होंने विधि की डिग्री तीन गोल्ड मैडल के साथ हासिल की. इन्हें हाईकोर्ट द्वारा वर्ष 2015 में वरिष्ठ न्यायाधीश बनाया गया. ज्योत्सना ने सिविल, अपराधिक, संवैधानिक, सर्विस और वातावरण से जुड़े मामलों की पैरवी की.