शिमला: कोरोना संकट के दौरान राजधानी शिमला के डीडीयू जोनल अस्पताल में कोविड पॉजिटिव महिला की आत्महत्या के बाद चौतरफा आक्रमण झेल रही सरकार ने आरडी धीमान से स्वास्थ्य विभाग वापिस ले लिया है.
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (स्वास्थ्य) आरडी धीमान अब स्वास्थ्य विभाग की बजाय कृषि विभाग देखेंगे. सोमवार शाम जयराम सरकार ने चार आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार दिया और धीमान सहित तीन अफसरों के विभागों में फेरबदल किया है. आरडी धीमान से स्वास्थ्य विभाग छिन गया है. उनकी जगह अमिताभ अवस्थी अब स्वास्थ्य विभाग के सचिव बनाए गए हैं.
तबादलों से जुड़ी अधिसूचना के अनुसार 1988 बैच के सीनियर आईएएस अफसर आरडी धीमान अब एसीएस (एग्रीकल्चर) होंगे. साथ ही वे कला-संस्कृति व भाषा विभाग सहित राजस्व विभाग का अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगे. उनसे पर्सनल विभाग भी ले लिया गया है. उनके स्थान पर 2004 बैच के आईएएस अफसर अमिताभ अवस्थी स्वास्थ्य विभाग के सचिव होंगे.
इसके अलावा 1990 बैच के आईएएस अफसर प्रबोध सक्सेना जो वित्त विभाग के एसीएस हैं, अब पर्सनल विभाग भी देखेंगे. पर्सनल विभाग का सक्सेना को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है. जनजातीय विकास व कृषि विभाग के प्रधान सचिव आईएएस ओंकार शर्मा के पास अब कृषि विभाग नहीं रहेगा. उन्हें तकनीकी शिक्षा विभाग में प्रधान सचिव का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. इस तरह उनके पास जनजातीय विकास विभाग रहेगा.
आईएएस अफसर जीके श्रीवास्तव को मंडी डिविजन के डिविजनल कमिश्नर का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है. इन तबादलों में एक बड़ा घटनाक्रम जलशक्ति विभाग में देखने को मिला है. मंडी के डिविजिनल कमिश्नर और 2003 बैच के आईएएस अफसर विकास लाबरू अब जलशक्ति विभाग में सचिव होंगे. स्वास्थ्य विभाग के सचिव बनाए गए अमिताभ अवस्थी बागवानी निदेशक के पद का अतिरिक्त कार्यभार पहले की तरह देखते रहेंगे.
इसी तरह लेबर कमिश्नर कम रोजगार विभाग के निदेशक डॉ. एसएस गुलेरिया, जिनके पास प्रबंध निदेशक सामान्य उद्योग निगम व प्रबंध निदेशक एसआईडीसी का अतिरिक्त दायित्व भी है, वे अब डिविजनल कमिश्नर कांगड़ा के पद का अतिरिक्त कार्यभार भी देखेंगे.
पीएम मोदी के दौरे के बाद बदलेंगे जिलों के मुखिया
हिमाचल में जिलों के मुखिया यानी उपायुक्तों के तबादले भी संभावित हैं. लेकिन सोमवार को जारी अधिसूचना के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल टनल के उद्घाटन समारोह निपटने के बाद ही जिलों के मुखिया बदले जाएंगे. पीएम के दौरे से ऐन पहले जिलों के डीसी बदलने से बचा गया है.