धर्मशाला: राहुल गांधी पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती की अभद्र टिप्पणी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं सत्ती के बयान के बाद पूर्व में डिप्टी एडवोकेट जनरल रहे विनय शर्मा के जीभ काटने वाले बयान पर अब भाजपा ने पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह पर आरोप लगाए हैं.
बीजेपी का आरोप है कि विनय शर्मा ने सतपाल सत्ती के खिलाफ विवादित बयान वीरभद्र सिंह के इशारे पर दिया है. भाजपा नेता संजय शर्मा का कहना है कि कांग्रेस की सरकार में पूर्व में डिप्टी एडवोकेट जनरल पद पर रह चुके हैं. संजय शर्मा ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की जुबान काट कर लाने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम रखा गया है.
बीजेपी नेता का आरोप है कि विनय शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से निजी तौर से मिला हुआ है और ये कार्य वीरभद्र सिंह की शह में किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि वीरभद्र सिंह इस तरह के माहौल से प्रदेश में हिंसक माहौल पैदा करना चाहते हैं.
संजय शर्मा ने बताया कि कांग्रेस सरकार के समय में बार काउंसिल ऑफ हिमाचल प्रदेश ने विनय शर्मा का लाइसेंस डेढ़ साल के लिए रद्द कर दिया है और बार कॉउंसिल ऑफ इंडिया में ये केस अभी पेंडिंग है. इसके बावजूद विनय शर्मा को डिप्टी जनरल के पद पर नियुक्ति दी गई. वीरभद्र सिंह से जवाब मांगते हुए संजय शर्मा ने कहा कि पूर्व सीएम बताए कि ऐसे व्यक्ति को क्यों डिप्टी जनरल के पद पर नियुक्ति दी गई.