शिमला: हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू इन दिनों अवकाश पर हैं और उनकी गैर मौजूदगी में आईपीएस सतवंत अटवाल त्रिवेदी को ये जिम्मेदारी दी गई है. सरकार की ओर से इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दी गई है. सतवंत अटवाल डीजीपी की जिम्मेदारी संभालने वाली पहली महिला अफसर हैं. गौरतलब है कि डीजीपी संजय कुंडू 13 जून से 14 जुलाई तक छुट्टी पर हैं. उनकी गैरमौजूदगी में ये जिम्मेदारी सतवंत अटवाल को दी गई है.
विपक्ष ने भी उठाए थे सवाल- गौरतलब है कि बीते दिनों विपक्ष की ओर से भी ये सवाल उठाया गया था कि डीजीपी की गैरमौजूदगी में किसी भी अफसर को ये जिम्मेदारी नहीं दी गई है. दरअसल पिछले दिनों चंबा जिले में हुए मनोहर हत्याकांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश में डीजीपी ना होने पर सवाल उठाए थे. डीजीपी संजय कुंडू के छुट्टी पर जाने के करीब 10 दिन बाद सरकार की ओर से ये नोटिफिकेशन जारी की गई है.
कौन है सतवंत अटवाल- 1996 बैच की आईपीएस अधिकारी सतवंत अटवाल फिलहाल स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो की एडीजी हैं. सतवंत अटवाल हिमाचल के बिलासपुर से संबंध रखती हैं और वो हिमाचल की पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं. इससे पहले वो केंद्रीय नियुक्ति पर भी रही हैं. उन्होंने साल 2004 से 2009 तक हैदराबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी में भी सेवाएं दी हैं.
सतवंत अटवाल की पढ़ाई शिमला में ही हुई है. उन्होंने शिमला के ऑकलैंड स्कूल से स्कूलिंग और फिर शिमला के सेंट बीड्स कॉलेज से ग्रेजुएशन की है. सतवंत अटवाल बीएसएफ में शामिल होने वाली देश की पहली महिला आईपीएस थीं. उनके पिता भी आईएएस अधिकारी थे और उनके पति अभिषेक त्रिवेदी भी हिमाचल कैडर के आईपीएस हैं. सतवंत अटवाल को इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति पुलिस पदक के लिए भी चुना गया था.
आईपीएस राकेश अग्रवाल को भी एडिशनल डायरेक्टर जनरल, कमांडेंट जनरल होमगार्ड, सिविल डिफेंस और फायर सर्विस की जिम्मेदारी दी गई है. अब तक ये जिम्मेदारी अतिरिक्त कार्यभार के रूप में आईपीएस आनंद प्रताप सिंह के पास थी.
ये भी पढ़ें: एडीजीपी सतवंत अटवाल को राष्ट्रपति पुलिस पदक, इन पुलिस अफसरों को भी मिलेगा वीरता पुरस्कार