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गलत HIV पॉजीटिव रिपोर्ट मिलने से कोमा में गई गर्भवती महिला की IGMC में मौत

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Published : Aug 27, 2019, 9:06 PM IST

निजी अस्पताल की एचआईवी रिपोर्ट में गर्भवती महिला को बताया था पॉजीटिव, लेकिन आईजीएमसी की एचआईवी टेस्ट में महिला की रिपोर्ट आई नेगेटिव. आईजीएमसी में 3 दिन से कोमा में चल रही महिला की हुई मौत.

a women died due to false hiv report

शिमलाः गलत एचआईवी रिपोर्ट मिलने से कोमा में गई महिला की आईजीएमसी में मौत हो गई. महिला तीन से कोमा में चल रही थी. महिला को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया था.
बता दें कि रोहड़ू के निजी अस्पताल में महिला को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. इलाज के दौरान महिला का एचआईवी टेस्ट किया गया था. आरोप है कि निजी अस्पताल की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट में महिला को एचआईवी पॉजीटिव बताया गया था, लेकिन आईजीएमसी में किए गए एचआईवी टेस्ट में महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.

महिला के परिजनों ने कहा कि निजी अस्पताल ने टेस्ट करने के बाद मरीज को केएनएच शिमला के लिए रेफर किया था. केएनएच में हुए ऑपरेशन के बाद मरीज को कुछ देर होश आया था. होश में आने के दौरान डॉक्टरों ने उससे एचआईवी के बारे में पूछताछ की जिससे वो कोमा में चली गई थी. इसके बाद डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया. मंगलवार को महिला ने आईजीएमसी में दम तोड़ दिया.

इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने रोहड़ू के निजी अस्पताल से मामले में रिपोर्ट तलब कर ली है. निजी अस्पताल प्रबंधन से गलत एचआईवी रिपोर्ट पर जवाब मांगा है. मृतक महिला के भाई ने मामले पर पुलिस और स्वास्थ्य निदेशक से भी एक शिकायत करने की बात कही है. मृत महिला के भाई का आरोप है कि उसकी बहन की मौत अस्पताल की गलत रिपोर्ट के कारण हुई है.

ये भी पढे़ंः निजी अस्पताल ने गर्भवती को बताया HIV पॉजीटिव, IGMC में रिपोर्ट आई नेगेटिव, कोमा में महिला

वहीं, निजी अस्पताल का कहना है कि महिला को एचआईवी रिपोर्ट के बारे में नहीं बताया गया था. खून की कमी के कारण मरीज को केएनएच भेजा गया था.

शिमलाः गलत एचआईवी रिपोर्ट मिलने से कोमा में गई महिला की आईजीएमसी में मौत हो गई. महिला तीन से कोमा में चल रही थी. महिला को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया था.
बता दें कि रोहड़ू के निजी अस्पताल में महिला को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. इलाज के दौरान महिला का एचआईवी टेस्ट किया गया था. आरोप है कि निजी अस्पताल की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट में महिला को एचआईवी पॉजीटिव बताया गया था, लेकिन आईजीएमसी में किए गए एचआईवी टेस्ट में महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी.

महिला के परिजनों ने कहा कि निजी अस्पताल ने टेस्ट करने के बाद मरीज को केएनएच शिमला के लिए रेफर किया था. केएनएच में हुए ऑपरेशन के बाद मरीज को कुछ देर होश आया था. होश में आने के दौरान डॉक्टरों ने उससे एचआईवी के बारे में पूछताछ की जिससे वो कोमा में चली गई थी. इसके बाद डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया. मंगलवार को महिला ने आईजीएमसी में दम तोड़ दिया.

इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने रोहड़ू के निजी अस्पताल से मामले में रिपोर्ट तलब कर ली है. निजी अस्पताल प्रबंधन से गलत एचआईवी रिपोर्ट पर जवाब मांगा है. मृतक महिला के भाई ने मामले पर पुलिस और स्वास्थ्य निदेशक से भी एक शिकायत करने की बात कही है. मृत महिला के भाई का आरोप है कि उसकी बहन की मौत अस्पताल की गलत रिपोर्ट के कारण हुई है.

ये भी पढे़ंः निजी अस्पताल ने गर्भवती को बताया HIV पॉजीटिव, IGMC में रिपोर्ट आई नेगेटिव, कोमा में महिला

वहीं, निजी अस्पताल का कहना है कि महिला को एचआईवी रिपोर्ट के बारे में नहीं बताया गया था. खून की कमी के कारण मरीज को केएनएच भेजा गया था.

Intro:

राेहड़ू के निजी अस्पताल से जिस महिला काे एचआईवी की गलत रिपोर्ट मामला।
पीड़ित महिला की आईजीएमसी में मौत
शिमला।
राेहड़ू के निजी अस्पताल से जिस महिला काे एचआईवी की गलत रिपोर्ट दी गई थी, उसने मंगलवार सुबह 7:14 पर आईजीएमसी में दम ताेड़ दिया। महिला का ब्रेन डेड हाे चुका था अाैर उसे तीन दिन से आईजीएमसी में परिजन एंबुबैग से अाॅक्सीजन दे रहे थे। हालांकि चिकित्सकाें ने पहले ही बता दिया था कि महिला की हालत काफी गंभीर है। ब्रेन डेड हाेने के कारण उसके बचने की उम्मीद कम ही थी। उधर दूसरी अाैर मामले में स्वास्थ्य विभाग ने राेहड़ू के निजी अस्पताल से मामले में रिपाेर्ट तलब कर ली है। अस्पताल प्रबंधन से रिपाेर्ट मांगी गई है कि उनकी रिपाेर्ट गलत कैसे अाई है, उसका जवाब दिया जाएगा। अब रिपाेर्ट अाने के बाद ही इस मामले में यह पता चलेगा कि रिपाेर्ट गलत कैसे बनी। हालांकि विभाग केवल इसमें रिपाेर्ट ही मांग सकता है। कार्रवाई करने का अधिकार विभाग के पास नहीं है।

परिजनाें में राेष
महिला की माैत के बाद परिजनाें में काफी राेष है। मृतक महिला के भाई देवराज का कहना है कि वह मामले में चुप नहीं बैठेंगे। वह इसमें पुलिस में रिपाेर्ट करेंगे। इसके अलावा स्वास्थ्य निदेशक काे भी एक शिकायत देंगे अाैर उनसे मामले में कार्रवाई की मांग उठाएंगे। देवराज का अाराेप है कि उनकी बहन की माैत अस्पताल की लापवारही के कारण हुई है। यदि वह गलत रिपाेर्ट न देते ताे उनकी बहन काेमा में न जाती अाैर उसकी माैत न हाेती।



Body:
यह है पूरा मामला
राेहड़ू की 22 वर्षीय अंकिता के बच्चेदानी की ट्यूब फटने से उसे निजी अस्पताल लाया गया। यहां पर अस्पताल में महिला के टेस्ट किए गए ताे उसकी रिपाेर्ट एचआईवी पाॅजीटिव पाई गई थी। परिजनाें का दावा है कि केएनएच में अाॅपरेशन के बाद जब महिला की काउंसलिंग हुई ताे वह डिप्रेशन में चली गई। उसके बाद उसक ब्रेन डेड हाे गया। उसे आईजीएमसी में दाखिल करवाया गया। जहां मंगलवार सुबह उसकी माैत हाे गई।


Conclusion:काेट
इस सम्बंन्ध में सीएमओ डॉ नीरज मित्तल ने बताया की राेहड़ू के संजीवनी अस्पताल प्रबंधन से रिपाेर्ट तलब की गई है कि उनकी लैब में महिला की एचआईवी की गलत रिपाेर्ट कैसे अाई है। रिपाेर्ट अाने के बाद ही अागे कुछ कहा जा सकता है। हालांकि डाॅक्टर की डिग्री अगर फर्जी हाेती है ताे विभाग कार्रवाई कर सकता है। िरपाेर्ट के मामले में विभाग के पास कार्रवाई का प्रावधान नहीं है।
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