Landslide in Himachal: भूस्खलन की बलि चढ़े 92 जीवन, शिमला जिले में सबसे अधिक 43 लोगों की मौत - Death in Himachal monsoon season
हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून सीजन में हुई भारी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. वहीं, भारी बारिश से लैंडस्लाइड और सड़क हादसों में कई लोगों की जाने चली गई. लैंडस्लाइड की वजह से प्रदेश में अब तक 92 लोगों की मौत हुई है. वहीं, यह आंकड़ा सबसे ज्यादा शिमला में है. शिमला में लैंडस्लाइड की वजह से 43 जिंदगियां खत्म हो गई. (landslide in Himachal) (Shimla landslide)
शिमला: इस बार मानसून सीजन में मिले तबाही के जख्म शायद ही कभी भर पाएं. हिमाचल प्रदेश में 24 जून से लेकर अब तक 330 लोगों की मौत हुई है. इसमें अकेले भूस्खलन के कारण 92 लोगों ने जान गंवाई है. सबसे अधिक पीड़ादायक हादसे शिमला में देखने को मिले हैं. अकेले शिमला जिला में 43 लोग भूस्खलन की चपेट में आने से प्राण गंवा बैठे हैं. हालांकि सड़क हादसों में पूरे प्रदेश में भूस्खलन से अधिक मौतें हुई हैं, लेकिन इस बार लैंडस्लाइड से जिस तरह के भयावह दृश्य सामने आए हैं, उससे लोग दहशत में हैं.
शिव मंदिर हादसे में 14 की मौत: शिमला के समरहिल के शिव बावड़ी मंदिर पर आई आफत में अभी भी 8 लोग मिसिंग हैं. कुल 14 लोगों के शव निकाले गए हैं. इस हादसे की दर्दनाक तस्वीरें भुलाई नहीं जा सकती हैं. तीन साल पहले वर्ष 2020 में पूरे प्रदेश में केवल 16 लैंडस्लाइड्स हुए थे. फिर 2021 में ये आंकड़ा पूरे सौ की संख्या पर आ गया. पिछले साल 117 लैंडस्लाइड हुए. इस बार तो सारे रिकार्ड टूटने वाले हैं. अब तक 113 लैंडस्लाइड्स हो चुके हैं. अचानक बाढ़ आने यानी फ्लैश फ्लड के 58 इन्सीडेंट्स हो गए हैं.
लैंडस्लाइड से सबसे ज्यादा शिमला में मौत: प्रदेश भर में विभिन्न हादसों में 322 लोग घायल भी हुए हैं. लैंडस्लाइड के कारण सबसे अधिक मौतें शिमला जिला में हुई. यहां कुल 43 लोग भूस्खलन के कारण मारे गए. सोलन जिला में 13, कुल्लू में 12 व मंडी जिला में 11 लोग लैंड स्लाइड की चपेट में आकर मारे गए. शिमला जिला में सड़क हादसों के कारण 17 लोगों की मौत हुई. इस तरह से शिमला जिला में लैंडस्लाइड और सड़क हादसों ने कुल 60 लोगों की जान ले ली.
चंबा सड़क हादस में पुलिस जवानों की मौत: सोलन जिला में 15 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए. चंबा जिला में सबसे अधिक मौतें सड़क दुर्घटना में हुई है. वाहन खाई में गिरने से सात पुलिस जवानों की मौत हो गई. दुखद ये है कि पेड़ों व चट्टानों के गिरने के कारण 35 लोग मारे गए हैं. हिमाचल में मानसून सीजन में सबसे अधिक मौतें 2021 में हुई. तब 476 लोग मारे गए थे. इसके अलावा 2018 में 343 लोग मारे गए. अब इस साल मानसून सीजन 330 लोगों की जान ले चुका है.