शिमला: कोविड-19 की मार झेल रहे उद्योग जगत के लिए हिमचल से राहत की खबर है. प्रदेश में स्थापित 300 से अधिक उद्योगों ने काम करना शरू कर दिया है. उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने कहा कि शुरू किए गए अधिकतर उद्योगों में फार्मा से सम्बंधित हैं. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लगे उद्योगों को भी जल्द ही शुरू किया जाएगा.
प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित फार्मा फ्रूट प्रोसेसिंग, पैकेजिंग जैसी इंडस्ट्रीज को जल्द शुरू करने पर विचार कर रही है. उम्मीद की जा रही है कि एक-दो दिनों में ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित उद्योगों को शुरू किया जा सकेगा. विक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 180 फार्मास्यूटिकल इन और 99 फ्रूट प्रोसेसिंग यूनिट काम कर रही हैं. जबकि सेनिटाइजर बनाने वाले 50 उद्योग दिन रात प्रोडक्शन में लगे हैं.
उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने कहा कि ऐसे स्थान जहां पर कोरोना का कोई मरीज अभी तक सामने नहीं आया है वहां पर उद्योगों को शुरू किया जा रहा है. इसके अलावा कोरोना प्रभावित क्षेत्र में प्रदेश सरकार ने 70 उद्योगों को बंद करवा दिया है. वहीं, हालात सामान्य होने के बाद ही इन्हें खोला जाएगा.
उद्योग मंत्री ने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षा के लिए भी प्रदेश सरकार पूरी तरह सजग है और 38 हजार 233 श्रमिकों के खाते में 2000 की राशि डाल दी गई है, उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्र के मजदूरों का पूरा ध्यान रख रही है जो मजदूर प्रदेश में मौजूद हैं. उनके ठहरने और खाने की पूरी व्यवस्था की गई है.
विक्रम सिंह ने कहा कि उद्योगों में कामगारों की आवाजाही का भी ख्याल रखा जा रहा है. ऐसे उद्योग जो जिला की सीमा पर हैं उनके मजदूरों को आने जाने की अनुमति रहेगी. इसके लिए पास लेने की आवश्यकता नहीं है. सिर्फ आईडी कार्ड पर ही आने जाने की अनुमति रहेगी, लेकिन करोना प्रभावित क्षेत्रों में आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी.
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