रामपुर/शिमला: हिमाचल पथ परिवहन निगम के लिए बसें चलाना घाटे का सौदा बन गया है. इसके चलते मजबूरन निगम को बस रूटों में कटौती करनी पड़ रही है. एक जून से रामपुर डिपो के सब डिपो आनी से 49 रूटों पर बसें भेजी जा रही थी. सवारियां ना मिलने के कारण अब इन बस रूटों की संख्या घटा कर 28 करनी पड़ गयी है.
आनी बस अड्डे के इंचार्ज रमेश गुप्ता ने कहा कि बसों को 60 प्रतिशत सवारियों के साथ चलाने के फैसले के बाद एक बस में अधिकतम 21 सवारियों को बिठाया जाना तय हुआ था. वहीं, विभिन्न रूटों पर भेजी गई बसों में कुछेक रूटों पर महज 2 से 3 सवारियों ने ही सफर किया, जबकि कुछ रूटों पर तो एक भी सवारी नहीं मिली.
रमेश गुप्ता ने बताया कि 15 रूटों पर हर रोज औसतन 15 से 20 रुपयों की ही आय परिवहन निगम को हो पाई है. इसके बाद ही फैसला लिया गया कि इन रूटों को फिलहाल बंद कर दें या तीन रूट मिलाकर एक ही बस सेवा भेजी जाए, ताकि जनता को परेशानी ना हो. साथ ही परिवहन निगम को भी घाटा न उठाना न पड़े. रमेश गुप्ता ने जनता से सहयोग की भी अपील की है.
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गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन व कर्फ्यू के कारण प्रदेश में बस सेवा बाधित थी. वहीं, अब जून के पहले हफ्ते में कुछ दिशा निर्देशों के साथ बस सेवा को बहाल कर दिया गया है. इसके बावजूद भी लोग बसों में फिलहाल सफर नहीं कर रहे हैं. वहीं, कई रूटों पर एक भी सवारी न होने के चलते इन रूटों पर बस सेवा फिलहाल के लिए बंद की जा रही है.
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