मंडी: कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य विभाग में हुए घोटाले के खिलाफ करसोग युवा कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. युकां कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कार्यालय के बाहर इकठ्ठा होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. स्वास्थ्य विभाग में पिछले दिनों हुए पीपीई घोटाले पर युकां ने मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा. घोटाले को लेकर चल रही विजिलेंस जांच पर भी युकां से सवाल उठाए.
इस मौके पर युकां कार्यकर्ताओं ने एसडीएम के माध्यम से प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा. जिसमें पीपीई घोटाले को लेकर न्यायिक जांच की मांग की गई है. अगर सरकार न्यायिक जांच नहीं कर सकती है तो जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री के पद इस्तीफा देने की भी मांग की गई है. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए करसोग विधान सभा क्षेत्र के युवा कांग्रेस प्रभारी गोविंद शर्मा के कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में हुए पीपीई घोटाले से कारण देश भर में प्रदेश का नाम कलंकित हुआ है.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और गृह विभाग दिनों की मुख्यमंत्री के पास है, ऐसे में भला कैसे मामले की निष्पक्ष जांच हो सकती है. इसलिए इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए. इस अवसर पर करसोग युवा कांग्रेस अध्यक्ष रूपलाल ठाकुर ने भी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने भी इस मामले पर न्यायिक जांच करवाएं जाने की मांग की.
2022 में कांग्रेस बनाएगी सरकार
धरना प्रदर्शन के दौरान करसोग विधान सभा क्षेत्र के प्रभारी गोबिंद शर्मा ने सभी कार्यकर्ताओं को संगठन की मजबूती के लिए ईमानदारी के साथ कार्य करने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर युवा कांग्रेस एकजुट होकर पार्टी के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य करती है तो कांग्रेस को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकता है. ऐसे में संगठन की मजबूती के लिए अभी से कार्य करने की जरूरत है. जिससे वर्ष 2022 में प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर सरकार बनाएगी.
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