करसोग: प्रदेशभर में 12वीं कक्षा के परिणाम में करसोग की वंदना कुमारी ने आर्ट्स में 9वां रैंक हासिल किया है. वंदना कुमारी का सपना प्रशासनिक अधिकारी बनकर समाज की सेवा करना है. वंदना कुमारी करसोग उपमंडल के दूरदराज के गांव घैणी शैधल में एक गरीब किसान की बेटी है. घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते पिता सोहन लाल ने बेटी का दाखिला गांव के एक सरकारी स्कूल में कराया, लेकिन वंदना कुमारी ने ग्रामीण क्षेत्र की मुश्किल परिस्थितियों के आगे कभी हार नहीं मानी. वदना ने अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से महंगी फीस वाले प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को टक्कर देकर सफलता की मंजिल हासिल की है.
वंदना कुमारी ने आर्ट्स में प्रदेश भर में 9वां रैंक प्राप्त कर अपने गांव के साथ-साथ करसोग का नाम भी चमकाया है. बेटी की इस सफलता से पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है. बेटी की उपलब्धि की सूचना मिलते ही माता-पिता को बधाई देने के लिए गांव के लोगों का घर पर तांता लगा रहा. वंदना कुमारी ने पांचवी कक्षा तक कि पढाई गांव के राजकीय प्राथमिक पाठशाला शैधल में ही पूरी की. इसके बाद अब बाहरवीं की परीक्षा भी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शैधल से पास कर अपने स्कूल का नाम प्रदेश भर में रोशन किया है.
पिता सोहन लाल और माता चुलकी देवी माली हालात ठीक न होने के बावजूद बेटी के सपने को साकार करना चाहते हैं. सोहनलाल ने कहा कि जमीन और मेहनत मजदूरी से ही उनके घर का गुजरा चलता है. बीपीएल सूची से भी नाम काट दिया गया है. इन मुश्किल हालातों के बाद भी बेटी को उच्च शिक्षा दिलवाने का प्रयास करेंगे. वंदना कुमारी ने सफलता का श्रेय माता पिता और अध्यापकों को दिया है. उन्होंने कहा कि वह अब प्रशासनिक अधिकारी बनकर समाज की सेवा करना चाहती है.