मंडी: विधानसभा के बजट सत्र में जल शक्ति विभाग में आउट आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवा पुनः बहाल करने का मुद्दा प्रमुखता के साथ उठाया जाएगा. यह बात शनिवार को द्रंग से भाजपा विधायक पूर्ण चंद ठाकुर ने कही. पूर्ण चंद ठाकुर ने कहा भाजपा के समय जो प्रदेश में आउटसोर्स कर्मचारी रखे गए थे, उनको कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही बाहर का रास्ता दिखा दिया हैं, जो कि प्रदेश के हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ धोखा हैं.
उन्होंने कहा इस मुद्दे को वह बजट सत्र के दौरान प्रमुखता के साथ उठाएंगे. इससे पूर्व विधायक पूर्ण चंद की अगुवाई में आउटसोर्स कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल ने एडीएम मंडी के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया. इस दौरान जल शक्ति विभाग सुंदरनगर डिवीजन के आउटसोर्स कर्मचारी हरीश कुमार ने बताया कि जिला मंडी के समस्त डिविजनों में आउटसोर्स कर्मचारी कार्यरत हैं. उन्हें शिमला क्लीन वेज कंपनी के तहत 2019 में नियुक्त किया गया था.
31 दिसंबर 2022 को कर्मचारियों का अनुबंध समाप्त हो गया है, जिसकी जानकारी उन्हें विभाग ने 1 जनवरी 2023 को फोन के माध्यम से दी थी, कि आप सभी कर्मचारी कल से डयूटी पर न आएं. उन्होंने कहा कि 31 दिसंबर 2022 के पश्चात न तो विभाग से लिखित तौर पर कोई नोटिस प्राप्त हुआ है और न ही कंपनी की ओर से ऐसी कोई नोटिफिकेशन जारी हुई है. जिसमें ऐसा अंकित हो कि उनका अनुबंध दिसंबर माह में खत्म हो चुका है. लेकिन, इसके बावजूद अब लगभग 2 माह के अंतराल के बाद 01-03-2023 को जल शक्ति विभाग द्वारा कर्मचारियों को कार्यस्थल में आने के लिए मना कर दिया, जो कि सर्वथा गलत है. उन्होंने कहा उन्हें विभाग द्वारा किन कारणों से बाहर किया गया है, इसका जबाव विभाग से चाहिए. अन्यथा हमें मजबूरन विभाग के दरवाजे पर अनशन पर बैठना पड़ेगा.
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