मंडी: दो दिन के मंथन बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी जिला परिषद के अध्यक्ष की कमान बल्ह के भड़ियाल सीट से आजाद चुनाव जीते पाल वर्मा को सौंपी है. पाल वर्मा पूर्व भाजयुमो अध्यक्ष भी रहे हैं. वहीं, बासा वार्ड से चुनाव जीते मुकेश चंदेल को उपाध्यक्ष बनाया है. वह नाचन मंडल के महामंत्री हैं और विद्यार्थी परिषद और संघ से जुड़े रहे हैं.
शुक्रवार को 12 बजे जिला परिषद भवन भियुली में शपथ समारोह हुआ. जिसमें उपायुक्त ने सभी 36 सदस्यों को शपथ दिलाई. इसके बाद निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हुई, जिसमें पाल वर्मा को जिला परिषद अध्यक्ष मुकेश चंदेल को उपाध्यक्ष चुना गया.
शीर्ष नेतृत्व व विधायकों का किया धन्यवाद
इस मौके पर नवनियुक्त जिला अध्यक्ष पाल वर्मा व उपाध्यक्ष मुकेश चंदेल ने शीर्ष नेतृत्व व विधायकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जो जिम्मेवारी उन्हें सौंपी गई है उसे अपने टीम के सदस्यों के साथ पूरी ईमानदारी व तन्मयता साथ निर्वहन करेंगे. उन्होंने कहा कि विकास के कार्यों को बभी गति प्रदान की जाएगी.
मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर: लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर हुआ चुनाव
वहीं, इस मौके पर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि इस बार का चुनाव लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर हुआ है और भारतीय जनता पार्टी को इन चुनावों में पूर्ण बहुमत मिला है उन्होंने कहा कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए भी हर बार खिंच तान रहती थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है.
इन नेताओं ने किया वॉक आउट
वहीं, शपथ ग्रहण करने के बाद निर्वाचन प्रक्रिया शुरू होते ही सयोग वार्ड से जीती कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर और उनकी बहन जागृति राणा, माकपा और निर्दलियों समेत 8 पार्षदों ने वाकआउट किया. सभी ने सरकार पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग, पार्षदों को हाइजैक करने और अध्यक्ष उपाध्यक्ष का चुनाव करवाने का आरोप लगाया.
वॉक आउट करने वालों में कुशाल भारद्वाज, रविकांत, किशोरी लाल, हिमा देवी, मुनीष शर्मा, चंपा ठाकुर, जागृति और रीता देवी शामिल रहे. बता दें कि अध्यक्ष पद की दौड़ में भाजपा के वरिष्ठ मंत्री महेंद्र सिंह की बेटी और संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता बिहारी लाल भी थे, लेकिन देर रात तक चले मंथन में इनके नामों पर सहमति नहीं बन सकी.
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