शिमला: हिमाचल प्रदेश में धान की बिक्री ने किसानों को इस बार मालामाल कर दिया है. प्रदेश सरकार ने पहली बार लक्ष्य से अधिक धान की खरीद की है. जिससे किसानों की 50.4 करोड़ की कमाई हुई है. प्रदेश के चार जिलों में 10 मंडियों के माध्यम से से धान की खरीद की गई. ऐसे में किसानों को घर द्वार पर धान बेचने की सुविधा मिली है. हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से किसानों से धान की खरीद की है.
26 दिसंबर तक हुई धान की खरीद: दरअसल, प्रदेश सरकार का मकसद किसानों की आर्थिक सेहत को सुधारना है. इसके लिए सरकार ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से धान की खरीद की. ताकि किसान सरकार की योजना का लाभ उठा सके. सरकार ने 3 अक्टूबर से 26 दिसंबर तक धान की खरीद की. इसके लिए कुल 3746 किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कर के 22897.95 मीट्रिक टन धान की बिक्री की. प्रदेश में पहली बार निर्धारित लक्ष्य से अधिक धान की खरीद हुई है. सरकार ने धान खरीद के लिए 22000 मीट्रिक टन का लक्ष्य निर्धारित किया था. वहीं, सरकार ने 22897.95 मीट्रिक टन धान की खरीद की. जो लक्ष्य से करीब 897 मीट्रिक टन अधिक है.
धान खरीद में ली गई मदद: हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम की ओर से हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड और कृषि विभाग की मदद से की गई. जिसमें किसानों से कुल 50.4 करोड की धान खरीदी गई है. प्रदेश में हुई धान की सफल खरीद पर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग निदेशक राम कुमार गौतम ने हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम, राज्य कृषि विपणन बोर्ड और कृषि विभाग का आभार प्रकट किया है.
प्रदेश में पहली बार लक्ष्य से अधिक हुई धान की खरीद: धान की खरीद राज्य नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा हि० प्र० राज्य कृषि विपणन बोर्ड और कृषि विभाग की मदद से की गई. किसानों से कुल 50.4 करोड रू की धान खरीदी गई है. यह खरीद 10 मंडियों के माध्यम से 4 जिलों में की गई है. धान की सफल खरीद पर निदेशक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले ने हि० प्र० राज्य नागरिक आपूर्ति निगम, हि० प्र० राज्य कृषि विपणन बोर्ड तथा कृषि विभाग का धन्यवाद किया है.
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