करसोग: उपमंडल के लोगों को हिमाचल प्रदेश स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HPSSC) और हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (HPPSC) की परीक्षा देने के लिए दूर न जाने पड़े, इसके लिए अब इन दोनों की परीक्षाओं के लिए करसोग में केंद्र बनाए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है.
करसोग में रविवार को युवाओं की एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें HPSSC और HPPSC की परीक्षा के केंद्र बनाने की मांग उठी. युवाओं ने कहा कि लंबे समय से चले आ रहे कोरोना काल में सरकार ने करसोग में ही एचएएस की परीक्षा लेने का निर्णय लिया था, जो एक सहरानीय कदम था. आने वाले समय में भी ये परीक्षा केंद्र बनाया जाना चाहिए, जिससे गरीब बच्चों को राहत मिल सके.
अभ्यर्थियों को पैसा और समय बर्बाद करके मंडी या फिर शिमला जाना पड़ता है, जिस कारण बहुत से गरीब बच्चे परीक्षा नहीं दे पाते हैं. ऐसे में सरकार को करसोग में भी परीक्षा केंद्र खोला जाए. इसके लिए आने वाले समय में संघर्ष समिति का भी गठन किया जाएगा, जो इन दोनों ही परीक्षाओं का केंद्र करसोग में ही बनाए जाने के लिए सरकार से लड़ाई लड़ेगी.
लोगों ने ये भी चेतावनी दी है कि अगर मांग नहीं मानी गई तो इसके लिए सड़कों पर उतरकर आंदोलन भी किया जा सकता है. रोहित ने बताया कि करसोग में एक मीटिंग की गई, जिसमें HPSSC और HPPSC का परीक्षा केंद्र करसोग में खोले जाने की डिमांड रखी गई. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी सरकार ने करसोग में एचएएस की परीक्षा लेने का निर्णय लिया था. आने वाले समय में भी ये परीक्षा केंद्र रह सकता है.
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