मंडी: दूरसंचार विभाग ने बीएसएनएल कर्मचारियों को संचार मंत्री द्वारा दिए गए किसी भी आश्वासन को लागू नहीं किया है. कर्मचारियों का कहना है कि विभाग जानबूझकर बीएसएनएल द्वारा अपने पुनरुद्धार के लिए प्रस्तुत प्रस्तावों पर अड़चनें पैदा कर रहा है.
कर्मचारियों का आरोप है कि नेटवर्क विस्तार के लिए बैंक ऋण लेने की अनुमति नहीं दे रहा है. ऐसे में बीएसएनएल कर्मचारियों ने एयूएबी के बैनर तले 3 दिनों के लिए हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है और महाप्रबंधक कार्यालय मंडी में सभी यूनियन और एसोसिएशन्स ने हड़ताल का आगाज किया.
हड़ताल के दौरान पुलवामा में शहीद हुए जवानों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया. यूनियन नेता महेंद्र सिंह पठानिया ने बताया कि एयूएबी अभी तीन दिवसीय हड़ताल पर है. दूरसंचार विभाग अनदेखी पर अनिश्चितकाल तक हड़ताल का रास्ता भी अपनाया जा सकता है.
ये है यूनियन की मांगें
यूनियन की मांग में बीएसएनएल को 4 जी स्पेक्ट्रम का आवंटन, सरकार के नियमानुसार बीएसएनएल द्वारा पेंशन अंशदान का भुगतान, बिना किसी देरी के बीएसएनएल भूमि प्रबंधन नीति के लिए स्वीकृति, बीएसएनएल की सभी परिसंपत्तियों के म्यूटेशन और हस्तांतरण की प्रक्रिया को शीघ्र पूरा करना, बीएसएनएल के गठन के समय मंत्रियों के समूह द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार बीएसएनएल की वित्तीय व्यवहार्यता सुनिश्चित करना, बीएसएनएल के निदेशक मंडल के सभी रिक्त पदों को शीघ्र भरना, बीएसएनएल के मोबाइल टावरों के संचालन और रख रखाव के लिए आउटसोर्सिंग को बंद करना, वेतन पुनरीक्षण से पेंशन संशोधन के लिए माननीय मंत्री के आश्वासन को लागू करना, तीसरा वेतन संशोधन लागू करना, दूसरे वेतन पुनरीक्षण समिति के लंबित मुद्दों का निपटारा करना आदि शामिल है.
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