मंडीः छोटी काशी मंडी में शिवरात्रि पर्व की विधिवत रस्में तारा रात्रि की मध्यरात्रि को बाबा भूतनाथ का माखन लेप के श्रृंगार से शुरू हो गया है. वीरवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित बाबा भूतनाथ का स्वयंभू अचलेश्वर महादेव के रूप में श्रृंगार किया गया. अगले एक माह तक हर दिन बाबा भूतनाथ का अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाएगा.
अचलेश्वर महादेव के रूप में दर्शन दे रहे बाबा भूतनाथ
बाबा भूतनाथ मठ मंदिर के महंत देवानंद सरस्वती ने बताया कि आज बाबा भूतनाथ श्रद्धालुओं को अचलेश्वर महादेव के रूप में दर्शन दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि ग्वालियर में भगवान भोलेनाथ का चमत्कारी मंदिर अचलेश्वर महादेव के नाम से स्थापित है. इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां शिवलिंग स्वयं प्रकट हुई थी.
शिवलिंग को हटाने का प्रयास विफल
इस शिवलिंग को रियासत काल में बड़े-बड़े राजाओं ने हटाने का प्रयास किया, लेकिन विफल रहे. उन्होंने कहा कि तारा रात्रि की मध्यरात्रि से स्वयंभू शिवलिंग बाबा भूतनाथ के घृतमंडल श्रृंगार की रस्में विधिवत रूप से निभाई जा रही हैं, जो लगातार 1 महीने तक चलेगी.
750 सालों से ग्वालियर के बीच चौराहे पर विराजमान हैं अचलेश्वर महादेव
अचलेश्वर महादेव लगभग साढ़े 750 सालों से मके बीच चौराहे पर विराजमान हैं. लोग अचलेश्वर महादेव को बाबा अचलनाथ के नाम से भी पुकारते हैं. छोटी काशी मंडी में शिवरात्रि महोत्सव 11 मार्च से शुरू होगा. यह 7 दिनों तक चलेगा. बाबा भूतनाथ के श्रृंगार के रस्मों की सदियों से चली आ रही परंपरा आज भी निभाई जा रही है.
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