मंडी: आईपीएच मंत्री के गृह जिला मुख्यालय मंडी के वार्ड चार रविनगर में पेयजल सप्लाई की पाइप लाइन से तीन फुट लंबा मरा हुआ सांप निकला. इस घटना से आईपीएच विभाग की कार्यप्रणाली की भी पोल खुलती हुई नजर आ रही है.
बता दें कि कई दिनों से घर में पेयजल नहीं आने पर जब एक उपभोक्ता ने प्लंबर से पाइप लाइन खुलवाई. इस दौरान पेयजल सप्लाई की पाइप लाइन से मरा हुआ तीन फुट लंबा सांप देख कर सभी दंग रह गए. मामला सामने आने के बाद विभागीय अधिकारी भी इस घटना पर बचते हुए नजर आ रहे हैं और ऐसी कोई संभावना न होने की दलील दे रहे हैं.
आईपीएच विभाग की पेयजल सप्लाई पाइप से मरा हुआ सांप निकलने की सूचना आग की तरह पूरे मोहल्ले में फैल गई और मौके पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. वर्तमान में मंडी शहर में ब्यास के स्थान पर उहल योजना के तहत पेयजल सप्लाई की जा रही है. स्वच्छ पेयजल मुहैया करवाने के लिए इन दिनों स्कीम की टेस्टिंग हो रही है, लेकिन पेजयल पाइन लाइन से मरा हुआ सांप निकलने से अब खुद आईपीएच विभाग सवालों के घेरे में आ गया है.
पेयजल उपभोक्ता सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कैसे यह सांप पेयजल सप्लाई वाली पाइप लाइन में घुसा और सांप वाली पाइप से ही पेयजल सप्लाई होता रहा. यह सीधे तौर पर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ है.
आईपीएच विभाग के अधिशाषी अभियंता अरूण शर्मा ने बताया कि विभाग के पास अत्याधुनिक फिल्टर बैंड है. जिनसे धूल के कण तक गुजरना मुश्किल है. साथ ही पाइप लाईन में कहीं भी लीकेज नहीं है. ऐसे में पेयजल सप्लाई पाइप से मरे सांप का निकलने की संभावना न के बराबर है. अरूण शर्मा ने बताया कि टीम को मौके पर भेजकर छानबीन की जाएगी.