मंडी: छोटी काशी मंडी में आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव 2023 इस बार खास होने वाला है. मेला 18 फरवरी से शुरू हो जाएगा जिसे लेकर अभी से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान शिवभूमि मंडी में जहां चिरकाल से चली आ रही परंपराओं से सराबोर होगी. वहीं, महोत्सव की स्मारिका की भी इस बार ई-लॉन्चिंग की जाएगी. वीरवार को अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला मंडी 2023 में स्मारिका के प्रकाशन के लिए उपमंडल अधिकारी मंडी एवं स्मारिका उप समिति की अध्यक्ष रितिका की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय मंडी में स्मारिका प्रकाशन उप समिति की बैठक का आयोजन किया गया.
बैठक के उपरांत जानकारी देते हुए एसडीएम रितिका ने बताया कि स्मारिका की थीम मंडी का शिवरात्रि मेले का प्राचीन स्वरूप और यहां की लोक परंपराएं रहेंगी. उन्होंने बताया कि स्मारिका में मंडी के शिवरात्रि मेले को पहले और अब के स्वरूप में मनाए जाने की झलक को दिखाने का प्रयास किया जाएगा. इस बार स्मारिका में मंडी की सांस्कृतिक विरासत और धरोहरों, खान-पान, पहनावे और लोकनृत्यों को स्मारिका में दिखाया जाएगा.
इस बार स्मारिका को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए इसकी सॉफ्ट कॉपी तैयार कर इसका ई-प्रकाशन किया जाएगा. वहीं, मंडी शिवरात्रि से जुडे़ इतिहास को युवा वर्ग तक पहुंचाने के लिए स्मारिका का मुख्य पृष्ठ का डिजाइन मंडी कॉलेज और आईटीआई के विद्यार्थियों द्वारा प्रतियोगिता करवाकर तैयार करवाया जाएगा. रितिका जिंदल ने कहा कि शिवरात्रि महोत्सव में पधारने वाले भी देवी-देवताओं का अपना एक इतिहास रहा है. शिवरात्रि महोत्सव के माध्यम से सभी को देवी-देवताओं के इतिहास से रूबरू करवाने का भी प्रयास किया जाएगा.
आपको बता दें कि मंडी जनपद के वरिष्ठ देवता ऋषि मार्कंडेय का शिवरात्रि महोत्सव और मंडी रियासत के साथ गहरा नाता है. शिवरात्रि महोत्सव में वरिष्ठता में अग्रणी ऋषि मार्कंडेय के प्रति लोगों की प्रगाढ़ आस्था है. माना जाता है कि देवता के पास सच्ची श्रद्धा से मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है. माना जाता है देवता कुष्ठरोग तक को ठीक कर देते हैं.
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