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महात्मा गांधी की जयंती को लेकर सरकाघाट में कार्यक्रम, SDM ने लोगों से की ये अपील

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Published : Oct 1, 2020, 6:59 PM IST

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती को लेकर सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय सरकाघाट में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद लोगों को महात्मा गांधी के विचारों से रूबरू कराया गया.

एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल
एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल

सरकाघाट: मंडी जिला के सरकाघाट सूचना एवं जनसंपर्क विभाग कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वाले वर्ष के तहत एसडीएम ऑफिस सरकाघाट में गांधी दर्शन एवं नशामुक्ति व स्वच्छता पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल ने की.

कार्यक्रम में भाग लेते हुए एसडीएम ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य और अंहिसा के मार्ग पर चल कर अंग्रेज हुकूमत को विवश कर देश को स्वतंत्रता दिलाई. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी सपना था एक ऐसे भारत का निर्माण करना जो नशामुक्त हो. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देश को आत्म निर्भर बनाने के लिए सशक्त ग्रामीण भारत की परिकल्पना की थी. महात्मा गांधी के सरल और सादा जीवन जीने की आदत हमें सीख दे रही है कि आज की वैश्विक कोरोना महामारी के दौर में जरूरतों को आवश्यकता अनुसार रखना कितना जरूरी है.

इस दौरान बीएमओ बल्दबाड़ा डाॅ केके शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने वह एक सदी पूर्व थे और उन्हें हमें जीवन में उतारने की नितांत आवश्यकता है. इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष सरकाघाट संदीप वशिष्ठ ने कहा कि गांधी जी के विचारों को सिर्फ किताबों के पन्नों तक ही सीमित न रख कर हमें अपन जीवन में उतारने की आवश्यकता है.

इस बैठक में मौजदू लोगों को कई अहम संदेश दिए गए. इस दौरान बताया गया कि महात्मा गांधी के तीन बंदर थे जिनके माध्यम से उन्होंने बुरा न सुनो, बुरा न देखो, बुरा मत कहो का संदेश दिया. सहायक लोक संपर्क अधिकारी संजीव जस्वाल ने कहा कि गांधी ने सत्याग्रह में कर्म योगी का सिद्धांत रखा. कर्म के लिए ज्ञान और गंभीरता दोनों जरूरी है साथ ही उन्होंने कहा सत्याग्रह सात्विक मन से होना चाहिए.

ये भी पढ़ें: खिलाड़ियों के लिए अच्छी खबर, इंदिरा गांधी खेल परिसर शिमला में फिर से प्रशिक्षण शुरू

सरकाघाट: मंडी जिला के सरकाघाट सूचना एवं जनसंपर्क विभाग कार्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वाले वर्ष के तहत एसडीएम ऑफिस सरकाघाट में गांधी दर्शन एवं नशामुक्ति व स्वच्छता पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल ने की.

कार्यक्रम में भाग लेते हुए एसडीएम ने कहा कि महात्मा गांधी ने सत्य और अंहिसा के मार्ग पर चल कर अंग्रेज हुकूमत को विवश कर देश को स्वतंत्रता दिलाई. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी सपना था एक ऐसे भारत का निर्माण करना जो नशामुक्त हो. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देश को आत्म निर्भर बनाने के लिए सशक्त ग्रामीण भारत की परिकल्पना की थी. महात्मा गांधी के सरल और सादा जीवन जीने की आदत हमें सीख दे रही है कि आज की वैश्विक कोरोना महामारी के दौर में जरूरतों को आवश्यकता अनुसार रखना कितना जरूरी है.

इस दौरान बीएमओ बल्दबाड़ा डाॅ केके शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने वह एक सदी पूर्व थे और उन्हें हमें जीवन में उतारने की नितांत आवश्यकता है. इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष सरकाघाट संदीप वशिष्ठ ने कहा कि गांधी जी के विचारों को सिर्फ किताबों के पन्नों तक ही सीमित न रख कर हमें अपन जीवन में उतारने की आवश्यकता है.

इस बैठक में मौजदू लोगों को कई अहम संदेश दिए गए. इस दौरान बताया गया कि महात्मा गांधी के तीन बंदर थे जिनके माध्यम से उन्होंने बुरा न सुनो, बुरा न देखो, बुरा मत कहो का संदेश दिया. सहायक लोक संपर्क अधिकारी संजीव जस्वाल ने कहा कि गांधी ने सत्याग्रह में कर्म योगी का सिद्धांत रखा. कर्म के लिए ज्ञान और गंभीरता दोनों जरूरी है साथ ही उन्होंने कहा सत्याग्रह सात्विक मन से होना चाहिए.

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