मंडी: धर्मपुर में पुलिस पर निजी कार को जबरदस्ती इस्तेमाल करने और मालिक को न लौटाने के आरोप लगे हैं. आरोपों की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. धर्मपुर एसएचओ को जांच सौंप जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.
मामले के मुताबिक अजय पाल निवासी कछाली तहसील संधोल ने सीएम, डीजीपी और एसपी मंडी को भेजी शिकायत में आरोप लगाया है कि धर्मपुर पुलिस उनकी एक कार जिसके कागज भी नहीं बने थे उसको इस्तेमाल करने के लिए ले गई, लेकिन उसे वापस नहीं कर रहे ही.
शिकायत में कहा गया है कि उसके पास दो कारें हैं, जिसमें से एक कार के कागज गुम हो जाने के कारण वह उसकी रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाए हैं. तीन मार्च को संधोल पुलिस चौकी प्रभारी एएसआइ बलजीत सिंह अन्य पुलिस कर्मियों के साथ उसके घर आए और अप्लाइड फॉर कार को दो-तीन दिन के लिए पुलिस चौकी के इस्तेमाल के लिए मांगकर ले गए.
जब शिकायतकर्ता ने कहा कि गाड़ी के कागज नहीं हैं तो चौकी प्रभारी ने कहा कि वह संभाल लेंगे. इसके बाद व्यक्ति को उसकी कार फिर वापस नहीं मिली. अजय पाल सिंह ने शिकायत पत्र में यह भी आरोप लगाया है कि उसकी कार का कई गलत कार्यों के लिए पुलिस द्वारा इस्तेमाल किया गया है.
अजय पाल ने पुलिस चौकी प्रभारी को कई बार फोन करके और व्यक्तिगत रूप से मिलकर कार वापिस करने की गुहार लगाई. वहीं, एएसआई बलजीत सिंह ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह व्यक्ति झूठ बोल रहा है इसने स्वयं ही अपनी कार लॉकडाउन के दौरान दी थी.
डीएसपी सरकाघाट चंद्रपाल सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि अजय पाल सिंह ने पुलिस चौकी संधोल के खिलाफ शिकायत दी है. उन्होंने बताया कि धर्मपुर थाना प्रभारी को मामले की जांच पड़ताल के लिए मौके पर भेजा है और रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई है.