करसोग: उपमंडल करसोग के तहत घैणी शैंधल पंचायत में खुले आम टारिंग के नाम पर लोगों का पैसा पानी में बहाया जा रहा है. यहां शनिवार को मूसलाधार बारिश में ही सड़क की टारिंग की गई. एक तरफ बारिश में सड़क की टारिंग का कार्य चल रहा था, इसके साथ ही ताजा की गई टारिंग के ऊपर से बारिश का पानी बह रहा था जिससे टारिंग उखड़ गई.
बारिश में ही कर दी सड़क की टारिंग
स्थानीय लोगों ने बारिश में भी टारिंग का कार्य जारी रखे जाने पर एतराज जताया है. लोगों का कहना है कि बारिश में टारिंग पूरी उखड़ गई है. ऐसे में खुले आम टारिंग के नाम पर पैसे का दुरुपयोग हो रहा है. इस सीजन में घैणी शैंधल सड़क को पक्का करने का कार्य शुरू किया गया है.
इस समय घैणी में सड़क की टारिंग हो रही है, लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग ने मूसलाधार बारिश में भी टारिंग का कार्य नहीं रोका और बारिश में ही तारकोल मिक्स रोड़ी के तीन डंपर खाली कर दिए. ऐसे में ऊपर से पानी बहने से ताजा की गई टारिंग उखड़ गई है. उधर, मौसम विभाग ने पहले ही 6 मई तक मध्यम ऊंचाई और ऊंचाई वाले क्षेत्रों के कुछेक स्थानों पर बारिश होने का अनुमान जताया था. इसके बाद भी पीडब्ल्यूडी ने कुछ दिन इंतजार करना जरूरी नहीं समझा और टारिंग का कार्य जारी रखा.
बारिश में सड़क की टारिंग करने की हो जांच
पीडब्ल्यूडी विभाग करसोग डिवीजन के अधिशासी अभियंता अरविंद भारद्वाज का कहना है कि टारिंग के समय अचानक बारिश शुरू हो गई. ऐसे में लोड डंपर को बाहर फेंकने के बजाए मेटीरियल को सड़क में डालकर टारिंग के उपयोग में लाया गया.
उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से जिस जगह पर टारिंग खराब हुई है, उसे दोबारा किया जाएगा. इस बारे में निर्देश जारी किए गए हैं. स्थानीय निवासी महेंद्र चौहान का कहना है कि घैणी शैंधल सड़क में बारिश में ही टारिंग की गई. ऐसे में टारिंग साथ में ही उखड़नी शुरू हो गई है. उन्होंने इस कार्य को बारिश में रोकने का भी आग्रह किया गया लेकिन टारिंग का काम बारिश में भी जारी रहा. उन्होंने सरकार से इस कार्य की जांच किए जाने की मांग की है.
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