मंडी : हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बल्ह के खिलाफ लंबे समय से आवाजें उठ रही हैं. अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बनने से पहले ही बल्ह के किसानों द्वारा लगातार इसका विरोध किया जा रहा है. बल्ह एयरपोर्ट बनने से सैकड़ों किसान बेघर होने के साथ भूमिहीन हो जाएंगे. इसी को लेकर कई बार किसानो, स्थानीय लोगो द्वारा मुख्यमंत्री, राज्यपाल व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भी भेजे जा चुके हैं, लेकिन उसके बावजूद भी आज तक किसानों की मांगों पर कोई भी गौर नहीं किया गया.
खतरे में है सीएम जयराम का ड्रीम प्रोजेक्ट
जिस कारण किसानों में सरकार के प्रति भारी रोष है एयरपोर्ट के विरोध में किसान लगातार सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठा पाई है. इसी कड़ी में बल्ह क्षेत्र के नागचला के रहने वाले सेवानिवृत्त (एडीएम) वीआर कौंडल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि बल्ह के किसानों को ना उजाड़ा जाए. उन्होंने कहा कि बल्ह के सैकड़ों लोग खेती-बाड़ी कर अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं. एयरपोर्ट बनने से वह पूरी तरह से उजड़ जाएंगे.
किसानों की रोजी-रोटी है एयरपोर्ट के लिए चयनित जमीन
एडीएम ने कहा कि बल्ह की जमीन खेती करने के लिए बहुत ही उपजाऊ है. इस जमीन से हर वर्ष कोरोड़ो रुपए का लाल सोना (टमाटर) देश की मंडियों में पहुंचता है और हजारों लोगों को रोजगार भी मिलता है. उन्होंने कहा कि अगर बल्ह में एयरपोर्ट बनता है तो लोग बेघर होने के साथ-साथ भूमिहीन भी हो जाएंगे जो किसानों और लोगों के साथ एक बहुत बड़ा धोखा होगा. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मांग की है कि एयरपोर्ट का निर्माण किया जाना चाहिए लेकिन इसका स्थान बल्ह से बदलकर कहीं और किया जाए.
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