करसोग/मंडी: नगर पंचायत करसोग के विरोध में आक्रोश रैली निकाली जाएगी. पुराना बाजार से वीरवार सुबह साढ़े 11 बजे निकाली जाने वाली इस रैली में करसोग को नगर पंचायत परिधि से बाहर करने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जाएगा. ये रैली बस स्टैंड से होकर एसडीएम कार्यालय तक निकली जाएगी और एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा. इस रैली में करसोग की जनता सहित कारोबारी भी शामिल होंगे.
नगर पंचायत के विरोध में लोगों ने संघर्ष समिति का भी गठन किया है. करसोग को नगर पंचायत परिधि से बाहर करने के लिए ये समिति सरकार से लड़ाई लड़ेगी. इसके बाद भी सरकार के मांग को न मानने पर करसोग की जनता आने वाले शहरी निकाय चुनाव का बहिष्कार करेगी. करसोग के दो वार्डों बरल और ममेल की जनता पहले भी वर्ष 2016 में हुए शहरी निकाय चुनाव का बहिष्कार कर चुकी है.
लोगों का आरोप है कि सरकार ने लोगों की सहमति के बिना जबरन ग्रामीण क्षेत्रों को नगर पंचायत परिधि में शामिल किया था, जिसका खामियाजा जनता कई तरह की परेशानियों के तौर पर भुगत रही है. नगर पंचायत में शामिल होने के बाद से जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है. नगर पंचायत के पिछले करीब पांच साल के कार्यकाल में न तो करसोग में सड़कों की हालत सुधरी है और न ही पानी की निकासी के लिए नालियों का कोई उचित प्रबंध है.
हालत ये है कि करसोग में लोगों की सुविधा के लिए नगर पंचायत पांच सालों में एक सार्वजनिक शौचालय तक का निर्माण तक नहीं करवा सकी. यही नहीं करसोग में वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग तक की व्यवस्था नहीं है. इसके अलावा बच्चों और बुजुर्गों के लिए पार्क भी नहीं बनाए जा सके हैं.
नगर पंचायत में शामिल किए जाने के बाद भवनों के नक्शे पास नहीं हो रहे हैं. ऐसे में भवन मालिकों को बिजली और पानी के कनेक्शन लेने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इन सभी तरह की परेशानियों को देखते हुए करसोग की जनता नगर पंचायत का विरोध कर रही है.
न्यारा वार्ड के पार्षद बंसी लाल का कहना है कि करसोग को नगर पंचायत से बाहर करने के लिए 22 अक्तूबर को आक्रोश रैली निकाली जाएगी. इस दौरान एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा, जिसमें नगर पंचायत को फिर से पंचायत में मिलाए जाने की मांग की जाएगी. उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में पुराना बाजार के राम लीला मैदान में एकत्रित होने की अपील भी की है.