धर्मपुर/मंडी: धर्मपुर तहसील में लाइब्रेरी खोलने की मांग ने जोर पकड़ लिया है. यहां लाईब्रेरी न होने के कारण बच्चों को मंडी, चंडीगढ़, दिल्ली और अन्य जगहों पर प्रशिक्षण व पढ़ाई करने के लिए जाना पड़ रहा है. धर्मपुर में तहसील लाइब्रेरी खोलने की मांग काफी समय से चल रही है, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है.
लाइब्रेरी ने होने से बच्चों व बुद्धिजीवियों को भारी नुक्सान उठाना पड़ रहा है. बुद्धिजीवियों ने कहा कि लाइब्रेरी खुलने से गरीब बच्चों को भी लाभ मिल सकता है, जो साधन न होने के कारण पढ़ाई व प्रशिक्षण लेने के लिए अन्य जगह नहीं जा सकते हैं.
लोगों ने कहा कि धर्मपुर में लाइब्रेरी खुलने से गरीब, किसानों, प्रवासी मजदूरों व आर्थिक तौर पर कमजोर परिवार के बच्चों को पढाई करने में विशेष लाभ मिलेगा. वह इस लाइब्रेरी में बैठकर विभिन्न कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी कर सकते हैं. देशभर में ऐसे कई बच्चे हैं, जो स्कूल लेवल पर अपनी कक्षा में अव्वल आते हैं, लेकिन साधनों और घर पर पैसों की कमी के कारण वह कहीं पीछे रह जाते हैं. ऐसे बच्चे दूसरे राज्यों में जाकर भी अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं और इसमें खासतौर पर बेटियां शामिल होती हैं, जिन्हें माता-पिता पढ़ाई के लिए घर से बाहर नहीं भेजना चाहते हैं.
स्थानीय लोगों ने धर्मपुर व्यापार मंडल के प्रधान राजकुमार सोनी, पैहड वार्ड के जिला परिषद सदस्य व अन्य लोगों ने प्रदेश सरकार से धर्मपुर में तहसील लाइब्रेरी खोलने की मांग की है. इन्होनें कहा कि यहां लाइब्रेरी खुलने से इनके बच्चों को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पडेगा और उनके बच्चे इनके साथ रह पाएगे.