मंडीः साढ़े चार साल की मासूम से दुष्कर्म मामले में पुलिस जांच से असंतुष्ट लोगों ने शनिवार को नेरचौक-जाहू-ऊना हाईवे पर कलखर में 3 घंटे तक चक्का जाम किया. लोगों ने प्रशासन की नाकामी, प्रदेश सरकार की घटिया कार्यप्रणाली को लेकर उग्र प्रदर्शन करते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है.
जानकारी के अनुसार इस घटना में लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस इस घटना को बार-बार मेडिकल जांच करवाने की आड़ में अपनी जिम्मेदारी से बच रही है.
इस दौरान जनता दो गुटों में भी बंटी हुई नजर आई और भीड़ में जम कर राजनीतिक भी हुई. सरकाघाट क्षेत्र के कांग्रेस नेता पवन ठाकुर, यदोपति ठाकुर, संजीव गुलेरिया और भाजपा नेत्री निशा ठाकुर के बीच कई बार तीखी नोकझोंक हुई. इस दौरान लोगों ने स्थानीय विधायक की मामले को लेकर चुप्पी पर हैरानी जताई और मामले को लेकर पुलिस प्रशासन निष्पक्ष जांच की मांग की.
3 घंटे लंबे जाम में हाईवे पर सैकड़ों लोग फंसे रहे. मौके पर डीएसपी तरनजीत सिंह व एसडीएम बल्ह ने लोगों को समझाते हुए मामले की जांच को लेकर 15 दिन का समय मांगा तब जाकर पुलिस ने करीब 3 घंटे बाद जाम खुलवाया.
वहीं, बच्ची से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने निजी शिक्षण संस्थान के स्टाफ को थाने तलब किया. पुलिस पर लोगों के बढ़ते दबाव व 5 दिन बाद भी आरोपी तक न पहुंच पाने को लेकर पुलिस की लोगों में खूब फजीहत हो रही है.
पुलिस द्वारा दुष्कर्म पीड़िता का गत शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में टेस्ट करवाने के बाद पुलिस इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए फॉरेंसिक रिपोर्ट और डीएनए रिपोर्ट का भी इंतजार कर रही है.