मंडी: हिमाचल प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से एक अहम राज्य है. प्रेदश में पर्यटन की आपार संभावनाएं मौजूद हैं. हर साल लाखों सैलानी देश-विदेश से हिमाचल की खूबसूरत वादियों में घूमने के लिए आते हैं. वहीं, हिमाचल का जिला मंडी भी अपने पर्यटन और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है. बात करें मंडी जिले की ज्यूणीघाटी की तो इन दिनों यह घाटी मानव परिंदों से गुलजार है. देश के अलग-अलग हिस्सों से आए पैराग्लाइडर गोहर उपमंडल की ज्यूणीघाटी में उड़ान भर कर प्राकृतिक नजारों का आनंद ले रहे हैं. बहुत से पैराग्लाइडर इस घाटी में हवा से बातें करते हुए ऊंची उड़ान भर रहे हैं.
मानव परिंदों से सराबोर हुई ज्यूणीघाटी: हालांकि, अभी यह साइट सरकार की तरफ से अधिकृत नहीं की गई है. शौकिया तौर पर पैराग्लाइडर यहां आकर उड़ान भरते हैं. बता दें की गोहर उपमंडल की ज्यूणीघाटी में ढुगांधर की पहाड़ी तक बेहतरीन सड़क सुविधा है. उड़ान भरने के लिए इस पहाड़ी पर बेहतरीन साइट मौजूद है तो वहीं, हवा का वेग भी सही है. मंडी जिले में पैराग्लाइडरों के लिए ज्यूणीघाटी एक बेहतरीन साइट की तरह उभर के आई है. यही कारण है कि पैराग्लाइडर ढुगांधर की पहाड़ी पर पहुंचकर वहां से उड़ान भरने के बाद जाछ गांव के पास मौजूद खेतों में लैंड कर रहे हैं. कांगड़ा से आई अनमोल, दिल्ली से आए विशेष, मसूरी से आए शेरू, पंजाब से आए अर्शदीप और स्थानीय पैराग्लाइडर निर्मल सिंह ने बताया कि उन्हें यहां पैराग्लाइडिंग करके बहुत ज्यादा अच्छा लगा. इन पैराग्लाइडर के अनुसार बीड़-बिलिंग की तरह यह साइट भी बहुत खूबसूरत है और यहां पर उड़ान भरने का अपना ही एक अलग मजा है. आसमान से घाटी का नाजार बेहद सुंदर नजर आ रहा है.
सरकार से अधिकृत साइट घोषित करने की उठी मांग: वहीं, घाटी में पैराग्लाइडरों के आने से लोगों में भी खुशी की लहर देखने को मिल रही है. पैराग्लाइडरों के आने से जहां एक ओर घाटी मानव परिंदों से सराबोर हुई है. वहीं, स्थानीय लोग भी यहां पर्यटन की संभावनाओं को देखकर खुश हैं, क्योंकि इससे न केवल स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि ज्यूणीघाटी भी पर्यटकों से पूरी तरह गुलजार हो जाएगी. जिला परिषद सदस्य हुक्कम सिंह ठाकुर, स्थानीय निवासी प्रिंस ठाकुर और व्यापार मंडल जाछ के सचिव रवि शर्मा ने सरकार से ढुगांधर से जाछ साइट को अधिकारिक तौर पर मंजूरी देने की मांग उठाई है. अगर इस साइट को अधिकारिक तौर पर मंजूरी मिल जाती है तो बीड़-बिलिंग की तरह यहां भी ज्यादा से ज्यादा पर्यटक और पैराग्लाइडर आएंगे, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के बहुत से दरवाजे खुल जाएंगे.