मंडी: पंचायतीराज संस्थाओं के लिए संपन्न हुए चुनाव के बाद 11 पंचायतों की सचिवों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसमें कई नवगठित पंचायतों का सचिवों को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है ताकि नई बनी पंचायतों में कामकाज को सुचारू रूप से चलाया जा सके.
चार पंचायतों में खाली पदों पर सचिवों को दायित्व
बीडीओ करसोग की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक आठ नवगठित पंचायतों में सचिवों को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. इसके अतिरिक्त चार पंचायतों में खाली पड़े पदों पर सचिवों को दायित्व दिया गया है. बीडीओ कार्यालय से जारी आदेशानुसार सुई कुफरी धार पंचायत की जिम्मेदारी खेमराज को दी गई है. इसी तरह से कनेरी माओग मेघ सिंह, शलाग ऐमन्त कुमार, कुफरी धार कमला देवी, काओ कामाक्षा सावित्री देवी, थाच थर्मी गुलाब सिंह, नाविधार देश राज, तुमन दीवान चंद, डबरोट राजेंद्र कुमार, मैहरन विनोद कुमार और मतेहल पंचायत का कार्यभार मुरारी लाल को सौंपा गया है. ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं. सभी सचिवों को आदेशों के तीन दिन में पंचायतों का कार्यभार ग्रहण करना होगा ताकि लोगों को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े.
अन्य सरकारी भवनों में चलेगा नई पंचायतों का काम
करसोग विकासखंड में नवगठित पंचायतों का अभी अपना भवन नहीं है. ऐसे में अभी यहां सरकार के अन्य भवनों में कार्य चलाया जाएगा. इसके अतिरिक्त अगर कहीं पर सरकारी भवन उपलब्ध नहीं होता है तो इस स्थिति में यहां प्राइवेट भवनों में भी पंचायत का कार्य चलाया जा सकता है. इसके लिए पहले पंचायत से प्रस्ताव पास करना होगा, लेकिन प्राइवेट भवन मालिक को इसका कोई किराया नहीं दिया जाएगा. बता दें कि करसोग विकासखंड में आठ नई पंचायतों का गठन किया गया है. ऐसे में अब विकासखंड में पंचायतों की संख्या 62 हो गई है. इससे पहले पंचायतों की ये संख्या 54 थी.
पंचायतों के सचिवों को अतिरिक्त कार्यभार
बीडीओ करसोग भवनेश चड्डा ने बताया कि 11 पंचायतों का सचिवों को जिम्मा सौंपा गया है. इसमें आठ नवगठित पंचायतों के सचिवों को अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है. ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं.
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