मंडीः सिराज घाटी के बालीचौकी क्षेत्र में शातिरों ने फर्जी बैंक मैनेजर बनकर एक व्यक्ति के खाते से 73 हजार रुपये उड़ा दिए. शातिरों ने व्यक्ति से एटीएम संबंधी जानकारी हासिल कर ये राशि निकाली. जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत खोलानाल के टेकचंद को एक नंबर से कॉल आया. खुद को बैंक मैनेजर बताते हुए बार-बार कॉल कर शातिर ने खाते की सारी जानकारी जुटा ली और टेकचंद के खाते से 73 हजार रुपये की राशि निकाल दी. टेक चंद ने संबधित शाखा से संपर्क किया तो बैंक प्रबंधन ने बैंक से किसी प्रकार के खाते की जानकारी फोन के माध्यम से न मांगने के बारे बताया.
बैंक शाखा के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह कभी भी जानकारी साझा न करें. खुद से ठगी होने का पता चलने पर टेकचंद ने पुलिस चौकी में सूचना दी है. वहीं, पुलिस चौकी प्रभारी श्याम लाल का कहना है कि इस तरह के मामलो को लेकर लोगों को पहले भी आग्रह किया जाता है कि बैंक किसी भी खाते से संबंधित जानकारी फोन के माध्यम से नहीं लेता है.
ये बरतें सावधानी
अगर कोई बैंक का अधिकारी या कर्मचारी भी बैंक की गुप्त जानकारी मौखिक तौर लेता है तो वह अवैध होती है. उपभोक्ता अपनी निजी जानकारी फोन पर किसी से साझा न करें और न ही किसी की बातों में आएं.
किसी भी अंजान व्यक्ति को एटीएम का कार्ड नंबर और पासवर्ड न बताएं.
बैंक अधिकारी अगर फोन करके आपकी अकाउंट डीटेल मांगता है तो कभी न दें, क्योंकि बैंक कंज्यूमर्स से डाटा नहीं मांगता.
एटीएम का पासवर्ड हर दो माह में जरूर बदल दें.
एटीएम यूज करते वक्त इस बात का ध्यान दें कि बोर्ड ठीक है, या उस पर कुछ लगा तो नहीं है.
अगर आपका मैग्नेटिक कार्ड है, तो इसे बदलकर नया कार्ड बैंक से जारी कराएं.
अगर आपके खाते से बैलेंस निकाला गया है, तो टोल फ्री नंबर पर फोन कर कार्ड ब्लॉक करवा दें.
एटीएम यूज करते वक्त अगर वहां कोई मौजूद है, तो उसे बाहर कर दें, ऐसी स्थिति में एटीएम पिन हैक होने का खतरा रहता है.
सिर्फ अपने सिस्टम पर नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करें, अगर किसी दूसरे सेट पर मजबूरी में यूज करना पड़ जाए तो उसमें वर्चुअल की-बोर्ड यूज करें.