मंडी: प्रदेश के सरकारी विभागों के पास पड़े अनस्पेंट अमाउंट का आंकड़ा 15 हजार करोड़ तक पहुंच सकता है. अभी 12 हजार करोड़ की जानकारी सरकार को प्राप्त हो चुकी है, लेकिन यह आंकड़ा अभी और बढ़ने की संभावना है. यह जानकारी जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी. इससे पहले उन्होंने जिले के सभी उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की और जिले में पड़े अनस्पेंट अमाउंट के बारे में जानकारी हासिल की.
महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में पीडब्ल्यूडी और ग्रामीण विकास विभाग के पास सबसे ज्यादा अनस्पेंट अमाउंट पड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार हैं और कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो विकास के लिए आए पैसों को जमा रखकर ब्याज कमाने की सोच रखते हैं.
महेंद्र सिंह ने कहा कि अब प्रदेश में ऐसा नहीं चलेगा. अनस्पेंट अमाउंट जो पड़ा हुआ है, उससे जल्द काम शुरू किय जाएगा. उन्होंने बताया कि जिले के अनस्पेंट अमाउंट की जानकारी अभी जुटाई जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार मंडी जिला में 13वें और 14वें वित्तायोग का करीब 100 करोड़ अनस्पेंट अमाउंट पड़ा हुआ है. बाकी विभागों की जानकारी भी एकत्रित की जा रही है.
औचक निरीक्षण होगा
महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश स्तर पर आंकड़े जुटाने के बाद अब जिला स्तर पर कार्य शुरू हुआ. आने वाले समय में उपमंडल स्तर पर इस कार्य को किया जाएगा. महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि उपमंडल स्तर पर कमेटियां बनाकर औचक निरीक्षण भी किए जाएंगे और अधिकारियों से जवाब मांगा जाएगा. उन्हें मौके पर ले जाकर यह दिखाना होगा कि विकास का काम कितना हुआ. कमरे में बैठकर काम नहीं चलेगा. इस मौके पर सांसद राम स्वरूप शर्मा, विधायक इंद्र सिंह, विनोद चौहान, हीरा लाल, जवाहर ठाकुर, इंद्र सिंह गांधी, राकेश जम्वाल, प्रकाश राणा और जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.
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