मंडी: जिला मंडी में सायर उत्सव को धूमधाम से मनाया जाता है. जिला में सायर उत्सव के लिए विशेष तैयारियां की जा रही है. सायर त्योहार पर लोगों द्वारा विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इस पूजा में नई फसलें प्रयोग में लाई जाती है. सायर पूजा में अखरोट, धान, मक्की, खट्टा और पेठू विशेष तौर पर प्रयोग में लाए जाते हैं. ये सामान गांव की महिलाओं द्वारा बाजार में पहुंचाया जाता है.
नई फसलों के पूजन के लिए मंडी के बाजार नई फसलों से सज चुके हैं. अखरोट, धान, मक्की, खट्टा और पेठू खरीदने के लिए बाजारों में लोगों की खूब भीड़ उमड़ चुकी है. सायर उत्सव में अखरोट का विशेष महत्व रहता है. अखरोट के साथ खेलने के अलावा इसकी पूजा भी की जाती है. बाजार में अखरोट के दाम 200 से लेकर 700 रुपये सैकड़ा है.
स्थानीय निवासी इंद्रदेव ने बताया कि सायर का त्योहार मंडी जिला में हर वर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की कहावत है कि जब बरसात का मौसम समाप्त हो जाता है. फसलों और मनुष्य को किसी तरह की जान-माल का नुकसान नहीं होता है तो इस त्योहार को मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि सायर के दिन लोग एक दूसरे को अखरोट देते हैं और बच्चे मिलकर अखरोट का खेल खेलते हैं.
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने सायर उत्सव के उपलक्ष्य पर 17 सितंबर को मंडी जिला में स्थानीय अवकाश घोषित किया है. डीसी ने हिमाचल प्रदेश सरकार सामान्य प्रशासन विभाग की अधिसूचना के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जिला में सायर उत्सव पर मंगलवार को स्थानीय छुट्टी घोषित की है. उन्होंने सभी को सायर उत्सव की अग्रिम शुभकामनाएं दी हैं.