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करसोग में मनरेगा के कार्य शुरू, इस बार बढ़ी इतनी दिहाड़ी

घर में बेरोजगार बैठे मनरेगा के हजारों श्रमिकों के लिए सरकार के निर्देशानुसार चालू वित्त वर्ष में मनरेगा के अब कार्य शुरू कर दिए गए हैं. इस माह से मनरेगा श्रमिकों को काम करने पर 198 रुपये दिहड़ी मिलेगी. बीडीओ करसोग ने जानकारी की पुष्टी की है.

BDO office karsog
बीडीओ कार्यालय करसोग
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Published : Apr 23, 2020, 7:34 PM IST

करसोग/मंडीः करसोग में कर्फ्यू के कारण घर में बेरोजगार बैठे मनरेगा के हजारों श्रमिकों के लिए राहत भरी खबर है. सरकार के निर्देशानुसार चालू वित्त वर्ष में मनरेगा के अब कार्य शुरू हो गए हैं.

इस माह से मनरेगा श्रमिकों को काम करने पर 198 रुपये दिहड़ी मिलेगी. जो बीते वित्त वर्ष की तुलना में 13 रुपये अधिक होगी. इस बारे में सरकार ने पहले ही अधिसूचना जारी कर दी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को पराजित करने के लिए जारी कर्फ्यू के कारण अभी तक नए वित्त वर्ष में मनरेगा के कार्य आरंभ नहीं हो सके थे.

वीडियो.

ग्रामीणों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अब सरकार ने सशर्त मनरेगा के काम शुरू करने की अनुमति प्रदान कर दी है. ऐसे में अब मनरेगा श्रमिकों को इस महीने से 13 रुपये अधिक दिहाड़ी मिलेगी. बीते वित्त वर्ष 2019-20 में मनरेगा श्रमिकों को 185 रुपये दिहाड़ी दी जाती थी, जिसे चालू वित्त वर्ष में बढ़ाकर 198 रुपये किया गया है. इससे पहले सरकार ने वित्त वर्ष 2014-15 में मनरेगा की दिहाड़ी में 16 रुपये की वृद्धि की थी. ऐसे में पांच साल बाद चालू वित्त वर्ष में ये दूसरी बड़ी बढ़ौतरी है. हिमाचल में पिछले 5 सालों में मनरेगा की बढ़ाई गई दिहाड़ी ने कभी दहाई का आंकड़ा पार नहीं किया था. पिछले वित्त वर्ष में केंद्र सरकार ने मनरेगा की दिहाड़ी में मात्र 1 रुपये की वृद्धि की थी.

किस वित्त वर्ष में कितनी दिहाड़ी:

प्रदेश में वित्त वर्ष 2013-14 में मनरेगा में 138 रुपये दिहाड़ी मिलती थी. इसी तरह से वर्ष 2014-15 में श्रमिकों की दिहाड़ी 154 रुपये की गई. यानी केंद्र सरकार ने दिहाड़ी में 16 रुपये की बढ़ौतरी की थी.

वित्त वर्ष 2015-16 में मनरेगा की दिहाड़ी बढ़ाकर 162 रुपये की गई. अगले वित्त वर्ष 2016-17 के लिए दिहाड़ी में 8 रुपये बढ़ाया गया और श्रमिकों की दिहाड़ी 170 की गई थी. इसके बाद 2017-18 में श्रमिकों की दिहाड़ी 179 रुपये की गई. यानी दिहाड़ी में 9 रुपये की वृद्धि मिली थी. इसी तरह वर्ष 2018-19 में मनरेगा की दिहाड़ी 184 रुपये की गई. पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में तो मनरेगा की दिहाड़ी में सबसे कम 1 रुपये की वृद्धि की गई थी. यानी मनरेगा श्रमिकों को 185 रुपये दिहाड़ी मिलती थी.

विकासखण्ड करसोग के बीडीओ राजेंद्र सिंह तेजटा का कहना है कि पहली अप्रैल से सरकार ने मनरेगा श्रमिकों की दिहाड़ी बढ़ा दी है. अब मनरेगा में कार्य करने पर 198 रुपये दिहाड़ी मिलेगी.

पढ़ेंः कोरोना संकट के बीच अच्छी खबर: पर्यटन नगरी मनाली की हवा देश में सबसे ज्यादा शुद्ध

करसोग/मंडीः करसोग में कर्फ्यू के कारण घर में बेरोजगार बैठे मनरेगा के हजारों श्रमिकों के लिए राहत भरी खबर है. सरकार के निर्देशानुसार चालू वित्त वर्ष में मनरेगा के अब कार्य शुरू हो गए हैं.

इस माह से मनरेगा श्रमिकों को काम करने पर 198 रुपये दिहड़ी मिलेगी. जो बीते वित्त वर्ष की तुलना में 13 रुपये अधिक होगी. इस बारे में सरकार ने पहले ही अधिसूचना जारी कर दी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को पराजित करने के लिए जारी कर्फ्यू के कारण अभी तक नए वित्त वर्ष में मनरेगा के कार्य आरंभ नहीं हो सके थे.

वीडियो.

ग्रामीणों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अब सरकार ने सशर्त मनरेगा के काम शुरू करने की अनुमति प्रदान कर दी है. ऐसे में अब मनरेगा श्रमिकों को इस महीने से 13 रुपये अधिक दिहाड़ी मिलेगी. बीते वित्त वर्ष 2019-20 में मनरेगा श्रमिकों को 185 रुपये दिहाड़ी दी जाती थी, जिसे चालू वित्त वर्ष में बढ़ाकर 198 रुपये किया गया है. इससे पहले सरकार ने वित्त वर्ष 2014-15 में मनरेगा की दिहाड़ी में 16 रुपये की वृद्धि की थी. ऐसे में पांच साल बाद चालू वित्त वर्ष में ये दूसरी बड़ी बढ़ौतरी है. हिमाचल में पिछले 5 सालों में मनरेगा की बढ़ाई गई दिहाड़ी ने कभी दहाई का आंकड़ा पार नहीं किया था. पिछले वित्त वर्ष में केंद्र सरकार ने मनरेगा की दिहाड़ी में मात्र 1 रुपये की वृद्धि की थी.

किस वित्त वर्ष में कितनी दिहाड़ी:

प्रदेश में वित्त वर्ष 2013-14 में मनरेगा में 138 रुपये दिहाड़ी मिलती थी. इसी तरह से वर्ष 2014-15 में श्रमिकों की दिहाड़ी 154 रुपये की गई. यानी केंद्र सरकार ने दिहाड़ी में 16 रुपये की बढ़ौतरी की थी.

वित्त वर्ष 2015-16 में मनरेगा की दिहाड़ी बढ़ाकर 162 रुपये की गई. अगले वित्त वर्ष 2016-17 के लिए दिहाड़ी में 8 रुपये बढ़ाया गया और श्रमिकों की दिहाड़ी 170 की गई थी. इसके बाद 2017-18 में श्रमिकों की दिहाड़ी 179 रुपये की गई. यानी दिहाड़ी में 9 रुपये की वृद्धि मिली थी. इसी तरह वर्ष 2018-19 में मनरेगा की दिहाड़ी 184 रुपये की गई. पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में तो मनरेगा की दिहाड़ी में सबसे कम 1 रुपये की वृद्धि की गई थी. यानी मनरेगा श्रमिकों को 185 रुपये दिहाड़ी मिलती थी.

विकासखण्ड करसोग के बीडीओ राजेंद्र सिंह तेजटा का कहना है कि पहली अप्रैल से सरकार ने मनरेगा श्रमिकों की दिहाड़ी बढ़ा दी है. अब मनरेगा में कार्य करने पर 198 रुपये दिहाड़ी मिलेगी.

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