मंडी: हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के सुंदरनगर उपमंडल की महादेव पंचायत में सोमवार को लोग तेंदुए के खौफ से सहमे रहे. सुबह करीब साढ़े आठ बजे गांव में तेंदुआ होने की सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने वेटनरी विभाग के सहयोग से शाम करीब चार बजे तेंदुए को ट्रैंकुलाइजर गन से बेहोश किया. बेहोशी की हालत में तेंदुए को वाइल्ड लाइफ टीम द्वारा उपचार केंद्र ले जाया गया.
महादेव पंचायत में सोमवार की सुबह लोग दर्जनों कुत्तों के भौंकने के बाद समीप के घर के खेत के समीप पहुंचे. वहां कुत्ते पेड़ पर चढ़े तेंदुए पर लगातार भौंके जा रहे थे. किसी ने पंचायत प्रधान को इसकी सूचना दी. प्रधान ने वन और पुलिस विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. इसी दौरान तेंदुआ पेड़ से नीचे छलांग लगाकर कुत्तों से बचता हुए एक घर के शौचालय में घुस गया. तेंदुए के घर के शौचालय में जाने के बाद घरवालों ने स्वयं को घर में बंद कर लिया.
वहीं, क्षेत्र में तेंदुआ होने की सूचना के बाद वहां भारी संख्या में लोग एकत्रित हो गए. उस समय तक वन व पुलिस विभाग के साथ वाइल्ड लाइफ की टीम के सदस्य भी पहुंच चुके थे, लेकिन किसी भी हिम्मत नहीं थी कि शौचालय में घुसे तेंदुए को किसी तरह से काबू किया जाए. तभी चौक गांव के विजय नागपाल ने वहां जाकर शौचालय का दरवाजा बंद करने की बात कही. खतरा देखते हुए अधिकारियों ने मना कर दिया, लेकिन इसके बावजूद विजय नागपाल शौचालय के पास पहुंच गए. जैसे ही उन्होंने शौचालय में बैठे तेंदुए को देखा तो तेंदुए ने उन पर झपटने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने तुरंत शौचायल का दरवाजा बंद दिया. इसके बाद वेटनरी विभाग की टीम के सदस्यों ने ड्रिल के माध्यम से लोहे के दरवाजे पर छेद किए और गन के माध्यम से इंजेक्शन लगाकर तेंदुए को बेहोश किया.
वहीं, पंचायत प्रधान नीलकमल और वार्ड सदस्य उत्कर्ष चौधरी ने वन व पुलिस विभाग के साथ वाइल्ड लाइफ की टीम का आभार जताया. डीएफओ सुकेत राकेश कटोच ने बताया कि तेंदुए को उपचार केंद्र ले जाया गया है. उपचार के बाद उसे जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
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