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करसोग में भारी बारिश से तबाही, एक रात में PWD को 82 लाख का नुकसान

करसोग में शनिवार रात से जारी भारी बारिश से कई जगहों पर भूस्खलन, डंगे और पेड़ गिर गए हैं. भारी बारिश से एक ही रात में विभाग को 82 लाख का नुकसान हुआ है.

करसोग में बारिश
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Published : Aug 18, 2019, 8:26 PM IST

मंडी/करसोग: करसोग में शनिवार रात से जारी मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचा दी है. कई जगहों पर भूस्खलन, डंगे और पेड़ गिरने से करसोग से शिमला, करसोग मंडी और करसोग रामपुर मुख्य सड़कों समेत 29 रोड अवरुद्ध हो गए हैं.

जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के कारण एक रात में ही करसोग पीडब्ल्यूडी डिवीजन को 82 लाख का नुकसान हुआ है. ये रिपोर्ट सरकार को भी भेज दी गई है. बता दें कि रविवार को जगह-जगह पर सड़कें अवरूद्ध होने से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप्प हो गई है. जिस कारण कई लोग आधे रास्ते में फंस गए हैं और उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पीडब्ल्यूडी विभाग ने मुख्यों सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने के लिए विभिन्न स्थानों पर 10 जेसीबी लगा दी है.

शिमला-करसोग मुख्य सड़क बंद
शिमला-करसोग मुख्य सड़क रविवार सुबह से ही बंद है. भूस्खलन होने के कारण शिमला और करसोग की ओर आने-जाने वाले सभी वाहन जगह-जगह पर बीच रास्ते में फंस गए हैं. शिमला-करसोग सड़क देवीदार, तत्तापानी के पास गोलू नाला, बसंतपुर और बखरोट के पास कंसाली नाला में भूस्खलन के कारण बंद हो गया है. करसोग डिवीजन के ज्यादातर संपर्क मार्ग भी भूस्खलन से बंद हो गए हैं.

ये भी पढ़ें-पहाड़ों में आसमानी कुदरत का कहर जारी, कुल्लू में चंडीगढ़-मनाली NH बहा

इसके अलावा करसोग को जिला मंडी और रामपुर से जोड़ने वाली दोनों मुख्य सड़कें भी जगह-जगह पर हुए भूस्खलन के कारण बंद है. इन तीन मुख्यों मार्गों पर वाहनों की सबसे ज्यादा आवाजाही रहती है, जो कई घंटों से पूरी तरह से ठप्प हो गई है. प्रदेश समेत देश की विभिन्न मंडियों को सेब लेकर जा रहे ट्रक भी बीच में ही फंस गए हैं.

वीडियो

सतलुज नदी ऊफान पर, चाबा पावर हाउस में घुसा पानी
भारी बरसात के कारण सतलुज नदी उफान पर है. नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण चाबा पवर हाउस के पास चाबा और शाकरा को जोड़ने पुल के एक कोने में पानी पुल के ऊपर से निकल गया. जिस कारण लोग पुल के आरपार क्रॉस नहीं कर पाए. जलस्तर गिरने तक लोगों को पुल क्रॉस करने का इंतज़ार करना पड़ा. वहीं, नदी का जलस्तर बढ़ने से चाबा पावर हाउस में भी पानी घुस गया.

करसोग पीडब्ल्यूडी डिवीजन के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि सड़कों को खोलने का कार्य शुरू कर दिया गया है. प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले मुख्य सड़कों को खोला जा रहा है. इसके बाद बाकी सड़कों को भी खोला जाएगा. भारी बारिश से एक ही रात में विभाग को 82 लाख का नुकसान हुआ है.

ये भी पढ़ें-ब्यास नदी में फंसे 2 लोगों को रस्सी से किया रेस्क्यू, भारी बारिश से नदी नालों का बढ़ा जलस्तर

मंडी/करसोग: करसोग में शनिवार रात से जारी मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचा दी है. कई जगहों पर भूस्खलन, डंगे और पेड़ गिरने से करसोग से शिमला, करसोग मंडी और करसोग रामपुर मुख्य सड़कों समेत 29 रोड अवरुद्ध हो गए हैं.

जानकारी के अनुसार, भारी बारिश के कारण एक रात में ही करसोग पीडब्ल्यूडी डिवीजन को 82 लाख का नुकसान हुआ है. ये रिपोर्ट सरकार को भी भेज दी गई है. बता दें कि रविवार को जगह-जगह पर सड़कें अवरूद्ध होने से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप्प हो गई है. जिस कारण कई लोग आधे रास्ते में फंस गए हैं और उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पीडब्ल्यूडी विभाग ने मुख्यों सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने के लिए विभिन्न स्थानों पर 10 जेसीबी लगा दी है.

शिमला-करसोग मुख्य सड़क बंद
शिमला-करसोग मुख्य सड़क रविवार सुबह से ही बंद है. भूस्खलन होने के कारण शिमला और करसोग की ओर आने-जाने वाले सभी वाहन जगह-जगह पर बीच रास्ते में फंस गए हैं. शिमला-करसोग सड़क देवीदार, तत्तापानी के पास गोलू नाला, बसंतपुर और बखरोट के पास कंसाली नाला में भूस्खलन के कारण बंद हो गया है. करसोग डिवीजन के ज्यादातर संपर्क मार्ग भी भूस्खलन से बंद हो गए हैं.

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इसके अलावा करसोग को जिला मंडी और रामपुर से जोड़ने वाली दोनों मुख्य सड़कें भी जगह-जगह पर हुए भूस्खलन के कारण बंद है. इन तीन मुख्यों मार्गों पर वाहनों की सबसे ज्यादा आवाजाही रहती है, जो कई घंटों से पूरी तरह से ठप्प हो गई है. प्रदेश समेत देश की विभिन्न मंडियों को सेब लेकर जा रहे ट्रक भी बीच में ही फंस गए हैं.

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सतलुज नदी ऊफान पर, चाबा पावर हाउस में घुसा पानी
भारी बरसात के कारण सतलुज नदी उफान पर है. नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण चाबा पवर हाउस के पास चाबा और शाकरा को जोड़ने पुल के एक कोने में पानी पुल के ऊपर से निकल गया. जिस कारण लोग पुल के आरपार क्रॉस नहीं कर पाए. जलस्तर गिरने तक लोगों को पुल क्रॉस करने का इंतज़ार करना पड़ा. वहीं, नदी का जलस्तर बढ़ने से चाबा पावर हाउस में भी पानी घुस गया.

करसोग पीडब्ल्यूडी डिवीजन के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि सड़कों को खोलने का कार्य शुरू कर दिया गया है. प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले मुख्य सड़कों को खोला जा रहा है. इसके बाद बाकी सड़कों को भी खोला जाएगा. भारी बारिश से एक ही रात में विभाग को 82 लाख का नुकसान हुआ है.

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Intro:जगह जगह पर सड़कें अवरूद्ध होने से रविवार को वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। सड़कें अवरुद्ध होने से लोग आधे रास्ते में ही फस गए हैं। जिस कारण इन्हें बच्चों के साथ भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।Body:करसोग में भारी बारिश से तबाही, एक रात में पीडब्ल्यूडी को 82 लाख का नुकसान
करसोग
करसोग में शनिवार रात से जारी मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। कई जगहों पर भूस्खलन, डंगे और पेड़ गिरने से करसोग से शिमला, करसोग मंडी व करसोग रामपुर मुख्य सड़कों सहित 29 रोड अवरुद्ध हो गए हैं। भारी बारिश के कारण एक रात में ही करसोग पीडब्ल्यूडी डिवीजन को 82 लाख का नुकसान हुआ है। जिसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है। जगह जगह पर सड़कें अवरूद्ध होने से रविवार को वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। सड़कें अवरुद्ध होने से लोग आधे रास्ते में ही फस गए हैं। जिस कारण इन्हें बच्चों के साथ भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पीडब्ल्यूडी विभाग ने मुख्यों सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने के लिए विभिन्न स्थानों पर 10 जेसीबी लगा दी है।

शिमला-करसोग मुख्य सड़क सुबह से बंद:
शिमला-करसोग मुख्य सड़क रविवार सुबह से ही बंद है। भूस्खलन होने के कारण शिमला और करसोग की और आने जाने वाले सभी वाहन जगह जगह पर बीच रास्ते में फस गए हैं। शिमला- करसोग सड़क देवीदार, तत्तापानी के समीप गोलू नाला, बसन्तपुर और बखरोट के समीप कंसाली नाला में भूस्खलन के कारण बंद हो गया है। इसके अतिरिक्त करसोग को जिला मंडी और रामपुर से जोड़ने वाली दोनों मुख्य सड़कें भी जगह जगह पर हुए भूस्खलन के कारण बंद है। इन तीन मुख्यों मार्गों पर वाहनों की सबसे अधिक आवाजाही रहती है। जो कई घंटों से पूरी तरह से ठप हो गई है। प्रदेश सहित देश की विभिन्न मंडियों को सेब लेकर जा रहे ट्रक भी बीच में ही फस गए हैं। इसके अलावा करसोग डिवीजन के अधिकतर संपर्क मार्ग भी भूस्खलन से बंद हो गए हैं।

सतलुज नदी ऊफान पर, चाबा पावर हाउस में भी घुसा पानी:
भारी बरसात के कारण सतलुज नदी ऊफान पर है। नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण चाबा पॉवर हाउस के पास चाबा और शाकरा को जोड़ने पुल के एक कोने में पानी पुल के ऊपर से निकल गया। जिस कारण लोग पुल के आरपार क्रॉस नहीं कर पाए। जलस्तर गिरने तक लोगों को पुल क्रॉस करने का इंतज़ार करना पड़ा। नदी का जलस्तर बढ़ने से चाबा पॉवर हाउस में भी पानी घुस गया।

सड़कें खोलने का कार्य शुरू: अधिशाषी अभियंता
करसोग पीडब्ल्यूडी डिवीजन के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि सड़कों को खोलने का कार्य शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले मुख्य सड़कों को खोला जा रहा है। इसके बाद सड़कों को भी खोला जाएगा। भारी बारिश से एक ही रात में विभाग को 82 लाख का नुकसान हुआ है।
Conclusion:करसोग पीडब्ल्यूडी डिवीजन के अधिशाषी अभियंता मान सिंह का कहना है कि सड़कों को खोलने का कार्य शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि प्राथमिकता के आधार पर सबसे पहले मुख्य सड़कों को खोला जा रहा है। इसके बाद सड़कों को भी खोला जाएगा। भारी बारिश से एक ही रात में विभाग को 82 लाख का नुकसान हुआ है।
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