मंडी: जिला के पधर उपमंडल की डलाह पंचायत की निर्धन महिला मंगली देवी के तीनों बच्चों को शुक्रवार को जिला बाल सरंक्षण दल ने एसडीएम शिव मोहन सैनी की मौजूदगी में रेस्क्यू कर लिया है. इन नौनिहालों को बाल सरंक्षण केंद्र में रखा जाएगा. वहीं, मंगली देवी को भी कुछ समय के लिए वृद्ध आश्रम भंगरोटू में पनाह दी गई है.
बता दें कि मंगली देवी के पति का देहांत हो जाने के बाद दो बेटियों और एक बेटे के साथ जंगल के बीच में एक झोपड़ी में रह रही थी. बीते दिनों यह मामला मिडिया द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित किया था. मकान न होने की वजह से महिला अपने बच्चों के साथ प्लास्टिक के तिरपाल की झोपड़ी बना कर रह रही थी. जिस पर संज्ञान लेते हुए जिला बाल सरंक्षण दल डलाह गांव पहुंचा.
अचानक पुलिस और प्रशासनिक अमले को देखकर महिला घबरा गई. इस दौरान वह अपने बच्चों को बाल गृह न भेजने को लेकर अड़ गई. एसडीएम पधर शिव मोहन सैनी ने कहा कि नौनिहालों को सुरक्षित ढंग से बाल गृह में रखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि इसी सुरक्षा की दृष्टि से महिला को भी एक हफ्ते के लिए वृद्ध आश्रम भंगरोटू भेजा गया है. एसडीएम ने बताया कि पंचायत द्वारा महिला का मकान बनाया जा रहा है. जिसका कार्य अंतिम चरण में है और शीघ्र ही महिला को रहने के लिए छत उपलब्ध करवाई जाएगी.
बाल सरंक्षण की टीम ने पहले भी मंगली देवी के घर का विजिट कर बच्चों की काउंसलिंग की थी, लेकिन मंगली देवी बच्चों को बाल गृह जाने के लिए तैयार नहीं थी, बाद में एसडीएम के जाने पर मंगली देवी और उसके बच्चों को एसडीएम कार्यालय पधर लाया गया. जहां से एसडीएम पधर ने बच्चों के लिए कपड़े और अन्य सामान की खरीददारी की. उसके बाद नौनिहालों को बाल गृह के लिए बाल सरंक्षण दल के हवाले किया. वहीं, मंगली देवी को भी सुरक्षा के तौर पर कुछ समय के लिए वृद्ध आश्रम भंगरोटू भेजा गया है.
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