करसोग/मंडी: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में बारिश आफत बनकर बरसी है. वहीं, उपमंडल करसोग में भारी बारिश ने पेयजल योजनाओं को भारी नुकसान पहुंचाया हैं. भूस्खलन और खड्डों में आई बाढ़ की वजह से पेयजल लाइन टूट कर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. जिन्हें रिस्टोर करने में जल शक्ति विभाग के कर्मचारियों को जान जोखिम में डालनी पड़ रही है. ऐसा ही एक पेयजल योजना जल शक्ति विभाग सब डिविजन चुराग में जेई सेक्शन तत्तापानी के तहत ज्योरी-तत्तापानी है. जिसे बहाल करने के लिए कर्मचारियों ने जान जोखिम में डालकर 20 मीटर खड़े पहाड़ को रस्सी के सहारे चढ़ कर 65 और 50 एमएम डाया मीटर की लाइन को जोड़कर तत्तापानी समेत साथ लगते क्षेत्रों में पीने के पानी की सप्लाई को बहाल किया गया.
इन कर्मचारियों ने जोखिम में डालकर किया काम: करसोग में 12 से 14 अगस्त को हुई भारी बारिश से कीडिया नाला के पास भारी भूस्खलन हो गया. जिसके बाद मलवे के साथ ज्योरी-तत्तापानी पेयजल योजना की लाइन टूट कर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. इस वजह से तातापानी मार्केट सहित साथ लगते क्षेत्रों में पेयजल संकट गहरा गया. ऐसे में लोगों को पेयजल समस्या से निजात दिलाने के लिए जल शक्ति विभाग के कनिष्ठ अभियंता अभिषेक ठाकुर के नेतृत्व में कर्मचारियों तोता राम, गुरुदेव, मालता राम, दुली चंद, रोशन लाल और रमेश कुमार ने जान हथेली में रखकर 90 डिग्री पहाड़ पर पेयजल लाइन की मरम्मत की. बताया जा रहा है कि यहां तक पहुंचने के लिए इन कर्मचारियों को रस्सी के सहारे पहाड़ चढ़ना पड़ा.
'कर्मचारियों ने किया सहरानीय कार्य': तत्तापानी पंचायत के उपप्रधान वीरेंद्र कपिल का कहना है कि भारी बारिश से पेयजल लाइनें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी. जिस कारण तत्तापानी सहित साथ लगते क्षेत्रों में पेयजल समस्या पैदा हो गई थी. ऐसे में जल विभाग के कर्मचारियों ने जल संकट की समस्या को दूर करने के लिए जान जोखिम में डालकर पेयजल लाइन की मरम्मत कर सराहनीय कार्य किया है. जिससे क्षेत्र में अब पेयजल सप्लाई बहाल हो गई है.