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जूडो संघ ने स्कूलों पर खेल को लेकर अनदेखी के लगाए आरोप, कहा- सरकारी स्कूलों में PET नहीं हैं प्रशिक्षित - अंतरराष्ट्रीय खेल जूडो

जूडो संघ के प्रधान अंकुश ने बताया कि हिमाचल में जूडो खेल 1990 से चल रहा है. इस खेल को स्कूलों में भी शामिल कर लिया गया है, लेकिन स्कूलों में जूडो प्रशिक्षित पीटीई ही नहीं है.

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जूडो संघ ने स्कूलों पर खेल को लेकर अनदेखी के लगाए आरोप
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Published : Jan 18, 2020, 3:29 PM IST

Updated : Jan 18, 2020, 3:59 PM IST

मंडी: सरकारी स्कूलों में अंतरराष्ट्रीय खेल जूडो की अनदेखी पर जूडो संघ ने चिंता जाहिर की है. ओलंपिक गेम जूडो के सरकारी स्कूलों में पीईटी प्रशिक्षित ही नहीं है. मंडी जिला में सिर्फ आठ से दस पीटीई जूडो खेल से प्रशिक्षित हैं, ऐसे में खिलाड़ी जूडो खेल से जुड़ नहीं पा रहे हैं.

बता दें कि जूडो खेल के तहत उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी में आरक्षण का प्रावधान भी है. संघ के प्रधान अंकुश ने बताया कि हिमाचल में जूडो खेल 1990 से चल रहा है. इस खेल को स्कूलों में भी शामिल कर लिया गया है, लेकिन स्कूलों में जूडो प्रशिक्षित पीटीई ही नहीं है.

वीडियो.

अंकुश ने कहा कि जूडो संघ का प्रयास रहेगा कि मंडी जिला में पीटीई को जोड़कर बच्चों को सुविधा प्रदान की जाए. उन्होंने कहा कि सरकार के समक्ष भी पीटीई के लिए जूडो खेल प्रशिक्षण का मामला उठाया जाएगा. उन्होंने बताया कि अब तक जूडो खेल के तहत करीब 200 खिलाड़ी स्पोर्टस कोटे के तहत सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं.

संघ के प्रधान ने कहा कि जूडो अंतरराष्ट्रीय खेल है, ऐसे में खिलाड़ी नेशनल के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत को प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं. अंकुश सूद ने अभिभावकों से आह्वान किया है कि इस गेम के साथ जुड़ें बच्चों को भी प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि यह गेम सेल्फ डिफेंस का गेम है और बच्चों को इससे जुड़कर कई तरह के फायदे हो सकते है.

ये भी पढ़ें: राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने डाउनलोड किया ETV BHARAT ऐप, ग्रुप के चेयरमैन रामोजी राव को दी शुभकामनाएं

मंडी: सरकारी स्कूलों में अंतरराष्ट्रीय खेल जूडो की अनदेखी पर जूडो संघ ने चिंता जाहिर की है. ओलंपिक गेम जूडो के सरकारी स्कूलों में पीईटी प्रशिक्षित ही नहीं है. मंडी जिला में सिर्फ आठ से दस पीटीई जूडो खेल से प्रशिक्षित हैं, ऐसे में खिलाड़ी जूडो खेल से जुड़ नहीं पा रहे हैं.

बता दें कि जूडो खेल के तहत उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी में आरक्षण का प्रावधान भी है. संघ के प्रधान अंकुश ने बताया कि हिमाचल में जूडो खेल 1990 से चल रहा है. इस खेल को स्कूलों में भी शामिल कर लिया गया है, लेकिन स्कूलों में जूडो प्रशिक्षित पीटीई ही नहीं है.

वीडियो.

अंकुश ने कहा कि जूडो संघ का प्रयास रहेगा कि मंडी जिला में पीटीई को जोड़कर बच्चों को सुविधा प्रदान की जाए. उन्होंने कहा कि सरकार के समक्ष भी पीटीई के लिए जूडो खेल प्रशिक्षण का मामला उठाया जाएगा. उन्होंने बताया कि अब तक जूडो खेल के तहत करीब 200 खिलाड़ी स्पोर्टस कोटे के तहत सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं.

संघ के प्रधान ने कहा कि जूडो अंतरराष्ट्रीय खेल है, ऐसे में खिलाड़ी नेशनल के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत को प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं. अंकुश सूद ने अभिभावकों से आह्वान किया है कि इस गेम के साथ जुड़ें बच्चों को भी प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि यह गेम सेल्फ डिफेंस का गेम है और बच्चों को इससे जुड़कर कई तरह के फायदे हो सकते है.

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Intro:मंडी।अंतरराष्ट्रीय खेल जूडो की हिमाचल के सरकारी स्कूलों में अनदेखी पर मंडी जिला जूडो संघ ने चिंता जाहिर की है। ओलंपिक गेम जूडो के सरकारी स्कूलों में पीटीई प्रशिक्षित ही नहीं है। मंडी जिला की बात की जाए तो केवल आठ से दस पीटीई जूडो खेल से प्रशिक्षित है। ऐसे में खिलाड़ी जूडो खेल से जुड़ नहीं पा रहे हैं। जबकि जूडो खेल के तहत उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी में आरक्षण का प्रावधान भी है।


Body:मंडी जिला जूडो संघ के प्रधान अंकुश ने बताया कि हिमाचल में जूडो खेल 1990 से चल रहा है। इस खेल को स्कूलों में भी शामिल कर लिया गया है, लेकिन स्कूलों में जूडो प्रशिक्षित पीटीई ही नहीं है। बेहद कम ही स्कूलों में जूडो प्रशिक्षित पीटीई है। उन्होंने कहा कि जूडो संघ का प्रयास रहेगा कि मंडी जिला में पीटीई को जोड़कर बच्चों को सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार के समक्ष भी पीटीई के लिए जूडो खेल प्रशिक्षण का मामला उठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक जूडो खेल के तहत करीब 200 खिलाड़ी स्पोर्टस कोटे के तहत सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि जूडो अंतरराष्ट्रीय खेल है। ऐसे में खिलाड़ी नेशनल के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत को प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं। जूडो संघ के प्रधान अंकुश सूद ने अभिभावकों से आह्वान किया है कि इस गेम के साथ जुडें और बच्चों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि यह गेम सेल्फ डिफेंस का गेम है और बच्चों को इससे जुड़कर कई तरह के फायदे हो सकते है।

बाइट - अंकुश सूद, प्रधान, मंडी जिला जूडो संघ


Conclusion:बता दें कि मंडी जिला जूडो संघ के शनिवार को चुनाव भी हुए। जिसमें अंकुश सूद को प्रधान, बृज लाल चैहान को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, राकेश कुमार व देविंद्र कुमार आजाद को उपाध्यक्ष, जोंिगंद्र सिंह आजाद को महासचिव, नरेंद्र कुमार व जय कुमार को संयुक्त सचिव, संतोष कुमार को कोषाध्यक्ष, जय कुमार भारद्वाज को प्रेस सचिव, एडवोकेट भीम सिंह ठाकुर को कानूनी सलाहकार, संजय कुमार सुरेहली को चेयरमैन व राम ंिसह, अमी चंद, देविंद्र वशिष्ठ, खूब राम, देवज्ञ अवस्थी, पूर्ण चंद कार्यकारिणी सदस्य चुना गया।
Last Updated : Jan 18, 2020, 3:59 PM IST
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