ETV Bharat / state

लोकसभा में बोले सांसद रामस्वरूप शर्मा, भारत में ही बने इंटरनेट डेटा यूजर केंद्र

मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने इंटरनेट यूजर का डाटा की गोपनीयता के मामले को लोकसभा में शून्य काल के दौरान गंभीरता से ऊठाया. कहा बाहरी देशों के बजाए केवल भारत में ही हो इंटरनेट यूजर के डाटा का एकत्रीकरण.

Internet user data collection
Internet user data collection
author img

By

Published : Dec 4, 2019, 7:49 PM IST

मंडीः भारतीय इंटरनेट यूजर का डाटा का एकत्रीकरण बाहरी देशों के बजाए केवल भारत में स्थापित डाटा सैंटरों में ही होना चाहिए ताकि यूजर की गोपनीयता को बचाया जा सके. लोकसभा में शून्य काल के दौरान मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने इंटरनेट यूजर का डाटा की गोपनीयता के मामले को उठाया है.

डिजिटल इंडिया के चलते देश में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में पिछले पांच वर्षों में भारी वृद्धि हुई है. इससे लोगों का जीवन सरल हो गया है, लेकिन इसके साथ ही कुछ नई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है. इन चुनौतियों में से एक उपभोक्ता के डाटा की गोपनीयता है.

वीडियो रिपोर्ट.

भारतीय इंटरनेट उपभोक्ता का डाटा का एकत्रीकरण बाहरी देशों के बजाए केवल भारत में स्थापित डाटा सैंटरों में ही होना चाहिए. जिससे उपभोक्ता की गोपनीयता को बचाया जा सके. 21वीं सदी का सबसे महंगा स्त्रोत इंटरनेट उपभोक्ता का डाटा ही है और पूरी दुनियां के इंटरनेट उपभोक्ताओं के डाटा की कीमत दुनिया के कच्चे तेल के अनुमानित सभी भंडारों से भी ज्यादा है.

सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि गूगल और फेसबुक जैसे इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियां है जो उपभोक्ता के डाटा से काफी अधिक पैसे कमा रही हैं. इससे पता चलता है कि हमारे डाटा का उपयोग करके ये कंपनियां काफी समृद्ध हो चुकी हैं.

लिहाजा इस संदर्भ में उचित कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे उपभोक्ता की गोपनीयता को सुरक्षित रखा जा सके और इन कंपनियों पर टैक्स का भी प्रावधान किया जाए. जिससे देश को आर्थिक लाभ हो सके और नई नौकरियों का सृजन हो सके.

मंडीः भारतीय इंटरनेट यूजर का डाटा का एकत्रीकरण बाहरी देशों के बजाए केवल भारत में स्थापित डाटा सैंटरों में ही होना चाहिए ताकि यूजर की गोपनीयता को बचाया जा सके. लोकसभा में शून्य काल के दौरान मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने इंटरनेट यूजर का डाटा की गोपनीयता के मामले को उठाया है.

डिजिटल इंडिया के चलते देश में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में पिछले पांच वर्षों में भारी वृद्धि हुई है. इससे लोगों का जीवन सरल हो गया है, लेकिन इसके साथ ही कुछ नई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है. इन चुनौतियों में से एक उपभोक्ता के डाटा की गोपनीयता है.

वीडियो रिपोर्ट.

भारतीय इंटरनेट उपभोक्ता का डाटा का एकत्रीकरण बाहरी देशों के बजाए केवल भारत में स्थापित डाटा सैंटरों में ही होना चाहिए. जिससे उपभोक्ता की गोपनीयता को बचाया जा सके. 21वीं सदी का सबसे महंगा स्त्रोत इंटरनेट उपभोक्ता का डाटा ही है और पूरी दुनियां के इंटरनेट उपभोक्ताओं के डाटा की कीमत दुनिया के कच्चे तेल के अनुमानित सभी भंडारों से भी ज्यादा है.

सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि गूगल और फेसबुक जैसे इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियां है जो उपभोक्ता के डाटा से काफी अधिक पैसे कमा रही हैं. इससे पता चलता है कि हमारे डाटा का उपयोग करके ये कंपनियां काफी समृद्ध हो चुकी हैं.

लिहाजा इस संदर्भ में उचित कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे उपभोक्ता की गोपनीयता को सुरक्षित रखा जा सके और इन कंपनियों पर टैक्स का भी प्रावधान किया जाए. जिससे देश को आर्थिक लाभ हो सके और नई नौकरियों का सृजन हो सके.

Intro:मंडी। भारतीय इंटरनेट यूजर का डाटा का एकत्रीकरण बाहरी देशों के बजाए केवल भारत में स्थापित डाटा सैंटरों में ही होना चाहिए ताकि यूजर की गोपनीयता को बचाया जा सके। लोकसभा में शून्य काल के दौरान मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने यह मामला उठाया।


Body:उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा शुरू की गई डिजिटल इंडिया स्कीम से देश में इंटरनेट उपयोग करने वालों की संख्या में पिछले पांच वर्षों में भारी वृद्धि हुई है जिसका मुख्य कारण इंटरनैट सेवाओं का सस्ता होना है। इससे लोगों का जीवन सरल तथा सुगम हो गया है लेकिन इसके साथ ही कुछ नई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों में से एक यूजर डाटा की गोपनीयता है। भारतीय इंटरनेट यूजर का डाटा का एकत्रीकरण बाहरी देशों के बजाए केवल भारत में स्थापित डाटा सैंटरों में ही होना चाहिए ताकि यूजर की गोपनीयता को बचाया जा सके। 21वीं सदी का सबसे महंगा स्त्रोत इंटरनेट यूजर का डाटा है और पूरी दुनियां के इंटरनेट यूजर  के डाटा की कीमत दुनिया के कच्चे तेल के अनुमानित सभी भंडारों से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि गूगल तथा फेसबुक जैसे इंटरनेट सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनियां है जो यूजर डाटा से काफी अधिक पैसे कमा रही है। इससे पता चलता है कि हमारे डाटा का उपयोग करके ये कंपनियां काफी समृद्ध हो चुकी है। लिहाजा इस संदर्भ में उचित कार्यवाही की जाए ताकि डाटा यूजर की गोपनीयता को सुरक्षित रखा जाए और इन कंपनियों पर टैक्स का भी प्रावधान किया जाए जिससे देश को आर्थिक लाभ हो सके और नई नौकरियों का सृजन हो सके।


Conclusion:बता दें मंडी संसदीय क्षेत्र से सांसद रामस्वरूप शर्मा जनहित के मुद्दों को लगातार संसद में उठा रहे हैं और आवश्यक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.