मंडी: हिमाचल प्रदेश में मंडी जिले के दुर्गम क्षेत्र सराज और गोहर विधानसभा क्षेत्र के दुर्गम स्थानों का भारी बारिश के कारण संपर्क पूरी तरह से कट गया था. जिसके बाद जिसके बाद केंद्र सरकार द्वारा यहां भेजे गए भारतीय वायुसेना की मदद से इन स्थानों के लिए राहत सामग्री भिजवाया जा रहा था. वहीं, भारतीय वायुसेना के मी-71 हेलीकॉप्टर का ऑपरेशन 5 दिनों तक चलने के बाद आज संपन्न हो गया. दरअसल, बुधवार को भारतीय वायुसेना के इस हेलीकॉप्टर ने अंतिम दो उड़ाने भरीं और उसके बाद वापस जम्मू लौट गई.
दरअसल, प्रशासन की तरफ से इस ऑपरेशन को संभाल रहे एसडीएम सदर ओम कांत ठाकुर ने प्रशासन की तरफ से भातरीय वायुसेना का आभार जताया. उन्होंने बताया कि पांच दिनों में हेलीकॉप्टर ने 23 बार उड़ान भरी और 34 टन राशन, दवाइयां और हाईजीन किट दुर्गम स्थानों तक पहुंचाई. इसमें प्रमुख रूप से करथाच, कशीमलीधार, ओढीधार, कढौण, भाटकीधार, छतरी और अन्य दुर्गम क्षेत्र शामिल रहे.
ऑपरेशन के दौरान चार मरीजों को किया गया था एयरलिफ्ट: एसडीएम सदर ओम कांत ठाकुर ने बताया कि पूरे ऑपरेशन के दौरान चार मरीजों को भी एयरलिफ्ट किया गया. हेलीकॉप्टर पर राशन लोड करने और हेलीपैड पर सारी व्यवस्थाएं देखने में रेडक्रॉस और एनसीसी सहित 100 से ज्यादा लोगों की टीम मौजूद थी. सभी ने दिन रात मेहनत करके इस कार्य को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि वायुसेना का ऑपरेशन आज संपन्न हो गया है, लेकिन सड़क मार्ग से लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य लगातार जारी है. बता दें कि भारतीय वायुसेना ने इस कार्य के लिए मी-71 हेलीकॉप्टर को भेजा था और इसके साथ विंग कमांडर इरफान जरयाल, विंग कमांडर अंकित सूद, फ्लाईट इंजीनियर मनोज और अंकित सहित अन्य लोग शामिल रहे.